अब हर घर गूंजेगी दीदियों की आवाज — ‘दीदी के गोठ’ रेडियो कार्यक्रम की शुरुआत

रायपुर। गांव की चौपाल से लेकर रेडियो की तरंगों तक, अब महिलाओं की कहानियाँ होंगी हर दिल की जुबां! पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के तहत एक खास पहल की है—‘दीदी के गोठ’। इस रेडियो कार्यक्रम का मकसद है गांव की महिलाओं को सरकारी योजनाओं से जोड़ना, स्वरोज़गार के लिए प्रेरित करना और आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ाना।
सूरजपुर ज़िले के जनपद पंचायत सभाकक्ष में हुए जिला स्तरीय आयोजन में बड़ी संख्या में स्व-सहायता समूहों की महिलाएं शामिल हुईं। मंच पर मौजूद थे ज़िला पंचायत के सीईओ विजेंद्र सिंह पाटले, बिहान के नोडल अधिकारी संतोष शर्मा, जनपद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष समेत मिशन से जुड़े अधिकारी और दीदियां। इसी तरह जिले के सभी विकासखंडों और 24 संकुल स्तरीय संगठनों में भी कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम की खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री ने भी अपने संदेश में इस पहल की सराहना की। उनका मानना है कि “दीदी के गोठ” हर घर तक महिलाओं की आवाज़ पहुँचाएगा और उन्हें प्रेरणा देगा। उन्होंने बताया कि बिहान के जरिए अब तक कई महिलाएं “लखपति दीदी” बन चुकी हैं।
ज़िला पंचायत सीईओ पाटले ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल एक रेडियो शो नहीं, बल्कि महिलाओं को सशक्त बनाने की एक सशक्त शुरुआत है। आज की दीदी अपने परिवार की नहीं, समाज की दिशा बदल रही है।
रेडियो कार्यक्रम में उन महिलाओं की सच्ची कहानियाँ सुनाई जा रही हैं जिन्होंने संघर्षों के बावजूद आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश की है। ये कहानियाँ हर सुनने वाली महिला को नई ऊर्जा, हिम्मत और दिशा देंगी।
अब गांव की हर गली, हर घर, हर मन तक पहुंचेगी “दीदी के गोठ” — हौसलों की बात, उम्मीदों की बात, और एक नए बदलाव की शुरुआत।