झारखंड पुलिस से नाराज है रायपुर सराफा एसोसिएशन,राज्यपाल रमेश बैस को पत्र लिखकर सहयोग की मांग

रायपुर। नवकार ज्वेलर्स सेंधमारी मामले में झारखंड पुलिस की ओर से छत्तीसगढ़ पुलिस का सहयोग नहीं करने पर रायपुर सराफा एसोसिएशन नाराज है। झारखंड पुलिस ने रायपुर की पुलिस टीम न होना और पुलिस होना सिद्ध करने के लिए 8 घंटे तक रोका,इस पर रायपुर सराफा एसोसिएशन ने नाराजगी व्यक्त की है। झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को पत्र लिखकर झारखंड पुलिस को घटना के संबंध में अपराधियों को पकड़ने और चोरी के सोने और चांदी जेवरात को जब्त करने में सहयोग की मांग की है।
रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ने राज्यपाल बैस को लिखे पत्र के संबंध में जानकारी दी। हरख मालू ने बताया कि गुढिय़ारी के नवकार ज्वेलर्स में 2 एवं 3 अक्टूबर की मध्य रात्रि में अज्ञात चोरों ने सेंधमारी कर चोरी की घटना को अंजाम दिया था। आरोपी छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य झारखंड की ओर फरार हो गए थे। एसपी प्रशांत अग्रवाल के निर्देशन पर रायपुर से अलग-अलग टीम झारखंड के लिए रवाना हुई। इस दौरान झारखंड के जलडेगा पुलिस ने सिमडेगा से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस संबंध में छत्तीसगढ़ की पुलिस को सूचना मिलने पर टीम थाने पहुंची और आरोपियों की ओर से रायपुर में अपराध किए जाने एवं अपराध के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी। इस पर झारखंड पुलिस ने रायपुर की पुलिस टीम को पुलिस की टीम न होना और पुलिस होना सिद्ध करने के लिए लगभग 8 घंटे तक थाने में रोक दिया। इस कारण अपराध में संलिप्त अन्य आरोपी दूसरी जगह भागने में कामयाब हो गए। मालू ने बताया कि रायपुर पुलिस की टीम ने झारखंड पुलिस को किसी तरह समझाया,दोनों आरोपियों को अपने कब्जे में लिया, लेकिन चोरी हुए सोने एवं चांदी के बारे में कोई जानकारी प्रदान नहीं की गई। केवल 34 किलो 800 ग्राम चांदी व एक बैग जब्त होना बताया। साथ ही चोरों की ओर से बाजार में माल खपाने के लिए लाया जाना बताया गया। जबकि सारे दस्तावेज रायपुर पुलिस ने झारखंड पुलिस के समक्ष प्रस्तुत किए थे। इस प्रकार की गलत जानकारी देने एवं घटना को छुपाने की कोशिश और असहयोग झारखंड पुलिस ने किया। इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक को जानकारी मिलने के बाद उन्होंने जांच कर उपरोक्त थाना के सिपाहियों एवं अन्य अधिकारियों को निलंबित तो कर दिया,लेकिन अभी भी इस लूट कांड के अपराधी फरार हैं। हरख मालू ने झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस से झारखंड पुलिस को इस घटना के संबंध में हस्तक्षेप की मांग की है। आवश्यक दिशानिर्देश देकर अपराधियों को जल्द पकड़ने एवं चोरी हुए सोने और चांदी के जेवर दिलाने की मांग की है।