असंवेदनशील कांग्रेस सरकार की कारगुजारियाँ जनता देख रही है

जगदलपुर। संजय गाँधी वार्ड की पार्षद द्वारा 40 गरीब परिवारों से प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की धन उगाही मामले को लेकर सड़क की लडा़ई लड़ रही भारतीय जनता पार्टी का अनिश्चितकालीन धरना लगातार छठवें दिन भी जारी रहा। कांग्रेसी पार्षद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने व गरीब पीडि़त परिवारों को न्याय दिलाने बोधघाट थाना के सामने भाजपा के बेमियादी धरना में राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम भी शामिल हुए। पूर्व मंत्री केदार कश्यप भी धरने में मौजूद थे।
भाजपा के राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने कहा कि गरीबों के नाम राजनीति करने वाली कांग्रेस हमेशा गरीबों का उत्पीड़न करती है। मौजूदा घटना कांग्रेस के चाल,चरित्र व चेहरे को उजागर कर रहा है। कांग्रेस की निर्वाचित पार्षद गरीब परिवारों से धन उगाही व ठगी कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्षद के पीछे बहुत सारे कांग्रेसी बड़े नेता इस संगठित लूट में शामिल है ! पीडि़त परिवार न्याय की गुहार लगा रहे है मगर पुलिस प्रशासन एफआईआर तक दर्ज नहीं कर रहा है। विडम्बना है कि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दो दिन बस्तर में मौजूद थे और मुख्यमंत्री की उपस्थिति के बाद भी 40 गरीब परिवारों को न्याय नहीं मिला। यह कांग्रेस शासन व मुख्यमंत्री की संवेदनहीनता को दर्शाता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण व शर्मनाक है।
पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि असंवेदनशील सरकार की कारगुजारियाँ जनता देख रही है। इतने गंभीर मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ठोस न्यायपूर्ण कदम उठाने के बजाय प्रकरण को टालने का प्रयास करते दिखायी दिये। सांसद और विधायक की चुप्पी से स्पष्ट है कि वह भी इस कृत्य में शामिल हैं ! पुलिस प्रशासन पर राजनीतिक दबाव स्पष्ट रुप से नज़र आ रहा है।
नगर मंडल के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने कहा है कि आज पीड़ितों को न्याय माँगते बारह दिन और भाजपा का अनिश्चितकालीन धरना का छठा दिन है ,परंतु पुलिस न जाने कौन सी जाँच कर रही है ! पीड़ित पक्ष भी सामने और भ्रष्टाचारी भी सामने हैं ! सारे बयान, सारे शपथ पत्र और सारे ऑडियो वीडियो सबूत हैं,परंतु पुलिस की जाँच कब पूर्ण होगी ये रहस्यमय है। आज के धरने में सांसद रामविचार नेताम, प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ,श्रीनिवास मिश्रा,रामाश्रय सिंह ,संजय पांडेय, धनसिंह नायक आलोक अवस्थी,दीपिका सोरी,संग्राम सिंह, सिमरन ,पूरण बघेल ,अंजना भारती एवं अन्य थे !