रायपुर : छत्तीसगढ़ में सत्तासीन भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव जीतने की राह आसान नहीं होगी। सत्ता वापसी के लिए पूरी तैयारी कर चुकी कांग्रेस प्रत्याशी चयन में काफी गंभीरता दिखा रही है। इधर रायपुर उत्तर विधानसभा सीट के साथ ही रायपुर दक्षिण सीट को लेकर कांग्रेस में अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इन दोनों सीटों पर प्रत्याशी किसे बनाया जाएगा, सस्पेंस कायम है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल उत्तर सीट पर प्रत्याशी चयन नहीं कर पाया है। रायपुर दक्षिण में जहां कद्दावर मंत्री बृजमोहन चुनाव लड़ेंगे तो उनके मुकाबले के लिए कांग्रेस दमदार प्रत्याशी तलाश रही है।
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राजनीति के जानकारों की माने तो कांग्रेस इस बार प्रत्येक सीट पर अपने योग्य और दमदार प्रत्याशी को चुनाव मैदान में खड़ा कर रही है। यही वजह है कि रायपुर उत्तर और रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर अभी तक कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी का चयन नहीं हो पाया है। रायपुर उत्तर में जहां घमासान मचा हुआ है तो वहीं अब तक एकतरफा जीत दर्ज करते आ रहे कद्दावर विधायक और मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ महापौर प्रमोद दुबे, महंत रामसुंदर दास का नाम ऊपर आया है। इसके अलावा दक्षिण सीट से चुनाव लडऩे वाले एक-दो और प्रत्याशी का नाम दिल्ली तक पहुंच चुका है। महंत रामसुंदर दास को इस बार उनके पुराने क्षेत्र से टिकट नहीं दिया गया है, लिहाजा इस बात की अटकलें तेज हैं कि उन्हें दक्षिण सीट से मौका दिया जा सकता है।
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इसका प्रमुख कारण यह भी कहा जा रहा है कि मंत्री श्री अग्रवाल को दक्षिण सीट के टिकरापारा-मठपारा इलाके से सर्वाधिक वोट प्राप्त होता है। इसी टिकरापारा-मठपारा में श्री दूधाधारी मठ भी है। लिहाजा इस क्षेत्र में दूधाधारी मठ के महंत होने के कारण महंत रामसुंदर दास की भी अच्छी छवि और पकड़ है। लिहाजा कांग्रेस उन्हें इस सीट से टिकट दे सकती है। दूसरी ओर महापौर प्रमोद दुबे भी इस इलाके में अच्छी छवि रखते हैं और लोगों के साथ ही कार्यकर्ता उनसे सीधे जुड़े हुए हैं। इस लिहाज से उनके नाम पर भी विचार हो रहा है। हालांकि अभी तक यह सस्पेंस कायम है, अब रायपुर उत्तर और रायपुर दक्षिण सीट पर किन्हें चुनाव लडऩे का मौका मिलेगा, यह आज-कल में स्पष्ट हो जाएगा।