रायपुर : शराबबंदी के मुद्दे पर कांग्रेस का सदन से वॉकआउट

रायपुर : मानसून सत्र के तीसरे दिन आज बुधवार को विधानसभा में कांग्रेस ने प्रदेश में शराब बंदी का मामला उठाया। आबकारी मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि शराब बंदी व्यापक परीक्षण का विषय है और इसके लिये अध्ययन दल बनाया गया है। कांग्रेस सदस्यों ने मंत्री के जवाब को असंतोष जनक बताते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया।
प्रश्नकाल में कांग्रेस सदस्य भूपेश बघेल ने प्रदेश में शासकीय शराब दुकानों में बेची जा रही बीयर का मामला उठाते हुए मंत्री से पूछा कि प्रदेश में पिछले 3 वर्षों में किस-किस ब्रांड की बीयर कितनी मात्रा में बिकी है। उन्होंने यह भी पूछा कि प्रदेश में अन्य ब्रांड की तुलना में सिम्बा और सूमो ब्रांड की बीयर ज़्यादा बेची जा रही है।
इसके जवाब में आबकारी मंत्री ने बताया कि डिमांड के आधार पर बीयर की बिक्री होती है। कांग्रेस सदस्य ने कहा कि जब शराब दुकाने सरकार के हाथों में नही थी तो दूसरे ब्रांड की बीयर की खपत ज्यादा थी फिर अचानक सिम्बा और सूमो बीयर की खपत कैसे बढ़ गई। उन्होंने मंत्री से पूछा कि क्या इन ब्रांड की बीयर में किसी भाजपा नेता की भागीदारी तो नही है।
इसके जवाब में अमर अग्रवाल ने कहा कि किसी भाजपा नेता की भागीदारी नही है अगर कोई प्रमाण दे तो निश्चित उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। भूपेश बघेल ने मंत्री से पूछा की सरकार शराबबंदी करना चाहती है कब तक शराब बन्द की जाएगी। इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि शराबबंदी परीक्षण का विषय है और इसके लिए अध्ययन दल बनाया गया है जिस पर अध्ययन चल रहा है। मंत्री के इस जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।