पद्मश्री पुरस्कार के लिए हमारे छग से तीन शख्सियतें हुईं चयनित,क्या इनके बारे में जानते हैं आप ?

नमस्कार दोस्तों, फोर्थ आई न्यूज़ में आप सभी का स्वागत है। दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि पद्मश्री पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान में से एक होता है। इस बार कुल 91 हस्तियों का चयन इस पद्मश्री पुरस्कार के लिए किया गया है इनमें से छत्तीसगढ़ से 3 नाम शामिल हैं। जिनमें उषा बारले, अजय कुमार मंडावी और डोमर सिंह कंवर का नाम शामिल है। हमारे प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल और छग की राजयपाल अनुसुइया उइके ने इन हस्तियों को पद्मश्री के लिए चयनित होने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं हैं। गणतंत्र दिवस की एक शाम पहले इन पुरस्कारों का एलान हुआ है।
आपको बता दें कि छग से पद्म पुरस्कार के लिए चयनित उषा बारले को पंडवानी गायन के क्षेत्र में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उषा बारले मूल रूप से दुर्ग की रहने वालीं हैं। इन्होंने पंडवानी का प्रशिक्षण प्रख्यात पंडवानी गायिका एवं पद्मविभूषण तीजन बाई से प्राप्त किया है। उषा बारले लंदन और न्यूयार्क जैसे शहरों में पंडवानी की प्रस्तुति दे चुकीं हैं। देश-विदेश में उन्होंने अपनी प्रस्तुतियां देने वालीं उषा बारले को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पूर्व में भी सम्मानित किया जा चुका है।
इनके साथ ही डोमर सिंह कंवर को नाचा कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान दिया जाएगा। कांकेर के रहने वाले डोमर सिंह कंवर ने सामाजिक क्षेत्र में भी उल्लेखनीय काम किया है। उन्होंने कई बाल विवाह की कुप्रथा को रोकवाने में मदद की है। कला के क्षेत्र में जाने माने नाम डोमर सिंह ने देश के अलग-अलग हिस्सों में 5000 से ज्यादा प्रस्तुति दी है।
अजय कुमार मंडावी को कलाकृतियों का बेजोड़ नमूना तैयार करने के लिए पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा। अजय कुमार मंडावी छत्तीसगढ़ी नाट्य नाचा कलाकार हैं और प्रतिबद्धता के साथ पिछले पांच दशकों से इस पारंपरिक विधा को जीवंत बनाये रखा है। अजय कुमार मंडावी काष्ठकला में पारंगत हैं और उन्होंने शांता आर्ट ग्रुप के माध्यम से लगभग 400 युवाओं को आजीविका प्रदान करने में सहयोग किया है। पांच हजार से अधिक प्रस्तुतियों के माध्यम से उन्होंने अंधविश्वास और बाल विवाह जैसे कुप्रथाओं के विरूद्ध अपनी आवाज बुलंद की है।