सोनिया गांधी को चिंता है भूपेश बघेल को चिंता है मगर अफसरशाही निश्चिंत है और जनता सोई हुई है
रायपुर। कोरोना का संक्रमण एक बार फिर तेज हो गया है। नया वेरिएंट ओमिक्रोन तेजी से पैर पसार रहा है। इस बात को लेकर सोनिया गांधी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से टेलीफोन पर बात कर ली। इस बात से साफ पता चलता है कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व कितना चिंतित है। मगर मजाल है की कुंभकरण की नींद में सोई हुई अफसरशाही पर कोई असर हुआ हो। हेल्थ डिपार्टमेंट तो ऐसे सो रहा है जैसे कुछ हो ही नहीं रहा है और दुर्भाग्यजनक बात यह है की जनता जिसकी खुद की जान खतरे में पड़ सकती है वह भी लापरवाही से बेखौफ घूम रही है।
भूपेश बघेल खुद कड़े फैसले लेने पर उतर आए हैं। मगर मजाल है की जनता सुधर जाए ले देकर पटरी पर लौट रही आम जिंदगी को जनता अपनी लापरवाही से फिर से डिरेल करने पर तुली हुई है। कहीं कोई कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा है। मास्क तो जैसे फेंक दिया हो। लोग खुलेआम बेखौफ बेखटके बिना मास के घूमते नजर आ रहे हैं। मजे की बात तो यह है की भीड़ में गांव देहात से बिना पर्याप्त कागजात के मोटरसाइकिल पर घूम रहे सवार को पहचान लेने वाली ट्रैफिक पुलिस भी बिना मास्क घूम रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही हैं।
स्थिति धीरे धीरे विस्फोटक होते जा रही है और जनता इस बात से बेपरवाह लापरवाह घूम रही है। भूपेश बघेल पर ही शायद इस सरकार के साथ-साथ जनता की भी जान माल की सुरक्षा का पूरा पूरा बोझ लाद दिया गया है। भूपेश बघेल जब कुछ करेंगे तब अफसर जागेंगे और फिर सरकारी कानून कायदों के सामने जनता नतमस्तक होकर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करेगी। अब भी समय है पब्लिक को भी जागना चाहिए और प्रशासन को भी।