नए कृषि कानूनों पर गतिरोध दूर करने के लिए, केंद्रीय मंत्रियों की किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से वार्ता

नयी दिल्ली : केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेलवे, वाणिज्य और खाद्य मंत्री पीयूष गोयल तथा वाणिज्य राज्य मंत्री सोमप्रकाश यहां विज्ञान भवन में 41 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर रहे हैं। नए कृषि कानूनों पर एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे गतिरोध को खत्म करने के लिए प्रदर्शनकारी किसान संगठनों और तीन केंद्रीय मंत्रियों के बीच छठे दौर की वार्ता बुधवार को शुरू हुई।
सरकार ने जहां उम्मीद जताई कि यह निर्णायक बैठक होगी और प्रदर्शनकारी किसान नए साल का जश्न मनाने के लिए दिल्ली की सीमाओं से अपने-अपने घरों को लौट जाएंगे, वहीं किसान नेताओं ने जोर देकर कहा कि कानूनों को निरस्त किए जाने सहित मांगें पूरी होने तक वे अपना आंदोलन जारी रखने को तैयार हैं।
दो घंटे तक चर्चा के बाद केंद्रीय मंत्री प्रदर्शनकारी किसानों के ‘लंगर’ में शामिल हुए। दोनों पक्षों के चाय एवं जलपान के लिए विराम लेने से कुछ देर पहले ‘लंगर भोजन’ एक वैन में बैठक स्थल, विज्ञान भवन पहुंचा। आयोजन स्थल पर मौजूद सूत्रों ने कहा कि वार्ता में शामिल तीनों केंद्रीय मंत्री विराम के दौरान किसानों के साथ ‘लंगर’ में शामिल हुए। किसान नेताओं ने कहा कि वार्ता जारी है और ‘एजेंडा दर एजेंडा’ बात हो रही है।
सूत्रों ने बताया कि हालांकि विराम के बाद वार्ता फिर शुरू हो गई, लेकिन कुछ नेताओं ने कहा कि पहले सत्र में ज्यादा कुछ नहीं हुआ।बैठक से पहले वाणिज्य राज्य मंत्री सोमप्रकाश, जो खुद पंजाब से सांसद हैं, ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह निर्णायक बैठक होगी और सरकार चाहती है कि प्रदर्शनकारी किसान नए साल का जश्न मनाने के लिए अपने घरों को लौट जाएं।पूर्व में, तोमर ने भी कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि 2020 के समाप्त होने से पहले गतिरोध का समाधान निकल आएगा।