छत्तीसगढ़रायपुर

सेंटर में मरीजों का रखा जाता है पूरा ख्याल

जशपुरनगर

जिले के कुनकुरी विकासखण्ड के केराडीह निवासी 80 वर्षीय मंगा राम भगत ने चिकित्सीय उपचार, आत्मविश्वास, सकारात्मक विचार और कोविड-19 गाईड लाइन का पालन कर कोविड से जंग जीता है। मंगा राम को गंभीर स्थिति में कण्डोरा के कोविड केयर सेंटर में उपचार के लिए भर्ती किया गया था उन्हें पिछले कुछ दिनों से तेज बुखार।

सांस लेने में तकलीफ थी साथ ही उनका ऑक्सीजन लेवल भी घटकर 75 प्रतिशत तक आ गया था। कमजोरी के कारण उनका शरीर मे बिल्कुल भी ताकत नही रह गयी थी। ऐसे में सेंटर में कार्यरत स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर सहित अन्य कर्मचारियों के प्रयासों से ही मंगा राम पूरी तरह स्वस्थ हो पाए है।

स्वस्थ्य कर्मियों द्वारा मंगा राम के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा गया। उन्हें लगातार ऑक्सीजन बेड में निगरानी में रखा गया, साथ ही उन्हें आवश्यक दवाइयां दी गई। अब वे पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके है अभी उनका ऑक्सीजन लेवल 97 प्रतिशत हो गया है और वे डिस्चार्ज होकर घर जा रहे है।

इसी प्रकार सेंटर से डिस्चार्ज होकर घर जा रहे 70 वर्षीय मार्टिन ने भी अपने विचार साझा करते हुए बताया कि  2-3 दिनों से बुखार और सर दर्द होने के कारण उन्होंने बिना देर किए अपना जांच कराया, रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें कंडोरा कोविड केयर सेंटर में भर्ती हो गए। उन्होंने बताया कि सेंटर में डॉक्टरों की सेवा और मरीजो के प्रति सकारात्मक सोच  को देखकर वे काफी प्रभावित हुए है।

स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा मरीज की पूरी देखभाल की जाती है। उनका समय समय पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है  एवं आवश्यकतानुसार मरीजो को सही उपचार प्रदान किया जाता है। आपातकालिन स्थिति में भी स्वास्थ्य कर्मचारी सदैव उपस्थित रहते है। साथ ही उनके द्वारा मरीजों द्वारा दवाई लिया जा रहा है या नही इस बात का भी ध्यान रखा जाता है। उन्होंने बताया सेंटर में खाने के लिए भी गर्म भोजन प्रदान किया जाता है।
कंडोरा कोविड केयर सेंटर में भर्ती होकर अपना उपचार कराने एवं स्वस्थ होकर जाने वाले मरीज सेंटर की व्यवस्था एवं स्वास्थ्यकर्मियों के अपनेपन वाले व्यवहार से काफी खुश नजर आ रहे हैं। यहां गंभीर मरीजो के लिए ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था, कंसेंट्रेटर मशीन, दवाइयों की उपलब्धता, सहित अन्य आवश्यक सामग्रियों  की पर्याप्त व्यवस्था है। सेंटर में कार्यरत चिकित्सक सहित स्वास्थ्य कर्मी की भावनात्मक व्यवहार के कारण  संक्रमित मरीज काफी अच्छा महसूस करते हैं। यहां के स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमितों का इलाज के दौरान मरीजो को हमेशा प्रोत्साहित कर उनका हौसला बढ़ाते  है।

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