
रायपुर।
छत्तीसगढ़ में मानसून की रफ्तार थम गई है। प्रदेश के 29 जिले आज भी सूखे रहेंगे, जबकि सिर्फ बस्तर संभाग के चार जिलों— बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और सुकमा में येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, इन जिलों में तेज अंधड़ के साथ बिजली गिरने की आशंका है।
नारायणपुर और कोंडागांव के आगे मानसून की प्रगति रुक गई है, क्योंकि मॉनसून को पुश करने वाले सिस्टम कमजोर हो चुके हैं। इससे पूरे प्रदेश में अगले 3 से 4 दिन तक ड्राई मौसम बने रहने की संभावना जताई गई है।
थमा हुआ मानसून, बढ़ता तापमान
पिछले एक सप्ताह में मानसून की रफ्तार लगातार घटती गई है।
- 28 मई को जहां 74 इलाकों में बारिश हुई थी,
- 29 मई को घटकर 27,
- 30 मई को 25,
- 31 मई को 20,
- 1 जून को 33,
- 2 जून को 3 और
- 3 जून को सिर्फ 1 जगह पर ही 10 मिमी से ऊपर की बारिश हुई।
- 4 और 5 जून को तो प्रदेश में कहीं भी उल्लेखनीय बारिश दर्ज नहीं की गई।
इस बारिश की कमी का सीधा असर तापमान पर पड़ा है। गुरुवार को दुर्ग सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश का औसत तापमान भी 1 से 2 डिग्री तक बढ़ गया है।
इन 4 जिलों में रहे सतर्क
मौसम विभाग ने बस्तर संभाग के बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और सुकमा जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
इन इलाकों में
- 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं
- गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है
लोगों से खुले में न रहने और बिजली के खंभों, पेड़ों के नीचे शरण न लेने की सलाह दी गई है।
किसानों की चिंता बढ़ी
मानसून की धीमी गति से धान की रोपाई की तैयारी कर रहे किसानों की चिंता गहराने लगी है। अगर अगले कुछ दिनों में बारिश नहीं होती, तो खेतों की तैयारी और बोनी की प्रक्रिया में देर हो सकती है।