कीर्ति फुलरे को कब मिलेगा इंसाफ ?, 20 दिन में हाथ पर हाथ धरे बैठी पुलिस, मामला दबाने की कोशिश ?

भोपाल | कॉलेज में पढ़ने वाली 19 साल की छात्रा को सरेआम और दिन दहाड़े कोई गाड़ी रोंदते हुए चली जाती है । और मध्यप्रदेश की राजधानी की पुलिस करीब महीनेभर बाद भी उसका सुराग नहीं लगा पाती । इसे पुलिस की नाकामयाबी कहें, या सोची समझी साजिश जिसके तहत वो इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है ।
दरअसल भोपाल के बाग़सेवानिया थाने क्षेत्र के अंतर्गत कीर्ति फूलरे 18 जनवरी सुबह करीब 10 बजे कॉलेज जा रही थी । लेकिन उसे क्या पता था कि आगे मौत उसका इंतजार कर रही है । वो ट्राफिक चलते रोड पर पहुंची ही थी, कि इसी दौरान तेज गति से आती गाड़ी रौंदते हुए भाग निकली ।
बुरी तरह से घायल कीर्ति ने अगले ही दिन दम तोड़ दिया । खैर अब इसे हादसा भी मान लिया जाए तो पुलिस की टाल मटोल वाली कार्रवाई से अब छात्रा के परिजन उसकी हत्या की आशंका भी जता रहे हैं । क्योंकि इस घटना को बीस दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है और बाग़सेवानिया थाने के टीआई साहब सहित पूरा पुलिस महकमा हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं, शायद उन्हें इस बात का इंतजार है कि छात्रा को गाड़ी से कुचलने वाला आरोपी खुद एक दिन थाने आएगा और उनके सामने सरेंडर करेगा ।
परिजनों के मुताबिक सबसे चौंकाने वाली बात तो ये है कि टीआई और CSP कहते हैं, कि उस रोड़ में जो भी CCTV कैमरे लगे हैं, वो घटना के लगभग आधे घंटे पहले बंद हो गये थे । कभी कहते है डेटा डिलीट हो गया कभी कहते है कैमरा नम्बर प्लेट नहीं पड़ पाया धुंधला दिखा रहा है । कुल मिलाकर मामले में पुलिस की कार्रवाई कठघरे में दिखाई दे रही है ।
और अब कीर्ति को को इंसाफ दिलाने के लिए उसके परिजन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से गुहार लगा रहे हैं ।