
रायपुर : श्रीमती विमला सिंह कपूर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय की पहली आदिवासी महिला जज होंगी। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश द्वारा सुप्रीम कोर्ट के कालेजियम को निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार नये जजों की नियुक्ति के लिए भेजे गए सात नामों में से चार पर सुप्रीम कोर्ट ने हरी झण्डी दे दी है। इनमें श्रीमती विमला सिंह कपूर (न्यायाधीश-परिवार न्यायालय) सहित वरिष्ठ अधिवक्ता पार्थ प्रतिम साहू, न्यायिक सेवा से गौतम चौरडिय़ा (हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल) और श्रीमती रजनी दुबे (रजिस्ट्रार विजिलेंस) शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय की पहली आदिवासी महिला जज होंगी
छत्तीसगढ़ राज्य के साथ-साथ तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश के न्यायिक इतिहास में यह पहला अवसर है, जब किसी आदिवासी महिला न्यायाधीश को हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया जा रहा है। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश द्वारा नये जजों की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया लगभग एक साल पहले, विगत 03 मई से शुरू कर दी गई थी। उन्होंने 03 मई और 08 सितम्बर को प्रक्रिया के तहत प्रस्तावित नामों का पैनल राज्यपाल को भेजा था।
आदिवासी महिला न्यायाधीश को हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया जा रहा है
राज्यपाल द्वारा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का प्रस्ताव प्रदेश सरकार को अग्रेषित किया गया, जिस पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सहमति के साथ यह प्रस्ताव आगामी कार्रवाई के लिए केन्द्रीय कानून मंत्रालय के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट को भेजा गया। सुप्रीम कोर्ट के कालेजियम ने सात नामों के पैनल में से चार नामों का अनुमोदन कर दिया।