
- अक्सर शासन स्तर पर गांव को स्वच्छ, स्वस्थ और समृद्ध बनाने के कई दावे किए जाते हैं. बावजूद इसके गांवों की जमीनी हकीकत कुछ और होती है. कुछ ऐसा ही हाल छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में देखने को मिला है. बहरहाल, शासन के उदासीन रवैये को देख जशपुर के एक गांव की कुछ महिलाओं ने पूरे ग्राम पंचायत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की जिम्मेदारी ले ली है. मामला जिले के मनोरा जनपद के सुरजुला ग्राम पंचायत का है.
- इसी का नतीजा है कि अब गांव के हर घर में शौचालय है. इतना ही नहीं गांव के लोग इसका उपयोग भी कर रहे हैं. बता दें कि गांव के चमेली स्व सहायता समूह की महिलाएं गांव में स्वच्छता रैली और स्वच्छता चौपाल के माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाने का काम कर रही हैं. स्व सहायता समूह की महिलाओं की मेहनत का ही नतीजा है कि आज उनका गांव पूरी तरह स्वच्छ हो गया है.
- जशपुर के मनोरा जनपद के सुरजुला ग्राम पंचायत की महिलाएं स्वछता चौपाल के माध्यम से अपने गांव को समृद्ध करने में जुटी हुई हैं. गांव की स्वच्छता के लिए यहां की महिलाओं ने चमेली स्व सहायता समूह का गठन किया, जिसके जरिए वे कार्यक्रम चलाकर ग्रामीणों को जागरूक करती हैं.
बता दें कि इस समूह की पहल से सुरजुला ग्राम पंचायत की तस्वीर ही बदल गई है. खासकर गंदगी से होने वाली बीमारियों में खासी कमी आई है. वहीं हर घर स्वच्छता का संदेश दे रहा है. समूह की महिलाएं बताती हैं कि खुले में शौच करने वालों को सीटी बजाकर सावधान किया जाता है. समझाइश देकर घर में बने शौचालय को उपयोग करने की सलाह दी जाती है.