धमतरी

अद्भुत है मां शीतला की महिमा : नर्मदा

धमतरी। धीवर समाज में नवरात्र महोत्सव को लेकर भारी उत्साह है । मंदिर में मनोकामना ज्योत प्रज्वलन के लिए जोर शोर से तैयारी की जा रही है।  समाज की ओर से शीतला माता मंदिर परिसर में नव निर्माण कर भव्य स्वरूप भी दिया जा रहा है । 7 अक्टूबर से नवरात्र महोत्सव शुरू होगा।

उल्लेखनीय है कि जब कहीं कोई नया गांव बसता है तो सबसे पहले माता शीतला के मंदिर की स्थापना की जाती है क्योंकि माता शीतला को ग्राम देवी माना जाता है । माता शीतला की महिमा अपरंपार है । ग्राम के जन-जन के स्वास्थ्य की रक्षा माता शीतला करती है बीमारियों को दूर रखती है सभी प्रकार के रोगों से ग्राम जन को सुरक्षित रखती है । धीवर समाज के अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद जगबेडहा ने बताया कि माता शीतला स्वच्छता की देवी है इसलिए समस्त ग्रामजनों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सर्वप्रथम माता शीतला के मंदिर की स्थापना ग्रामों में की जाती है।  धमतरी नगर के बसने की कहानी भी माता शीतला से ही आरंभ होती है। आज से 100 साल से अधिक वर्षों से स्थापित माता शीतला का मंदिर महिमा सागर वार्ड में स्थित है, जिसकी संपूर्ण सेवा एवं देखरेख धीवर समाज द्वारा की जा रही है । माता शीतला मंदिर की सेवा अच्छे से करने के लिए धीवर समाज के प्रथम राजा मंगला फुटान के कार्यकाल में मंदिर के बाजू में ही भूमि खरीद कर भवन निर्माण करने का संकल्प लिया गया। उसके पश्चात समाज के दूसरे राजा राजामंगला के सुपुत्र राजा नाजर फुटान के कार्यकाल में भवन निर्माण का कार्य आरंभ किया गया । धीरे-धीरे भवन निर्माण का कार्य आगे बढ़ता रहा।राजा नाजर फुटान के पश्चात अध्यक्षीय प्रणाली लागू हुई और  विष्णु प्रसाद हिरवानी समाज के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। उनके पश्चात परमेश्वर फुटान, होरीलाल मत्स्यपाल एवं स्व.शिवओम बैगा के अध्यक्षीय कार्यकाल में  सामाजिक भवन निर्माण कार्य निरंतर आगे बढ़ता रहा ।  परमेश्वर फुटान, राधेश्याम सपहा,मायाराम ठेकेदार, चम्पालाल हिरवानी, लक्ष्मण प्रसाद हिरवानी, राधेश्याम नाग, भैय्यालाल फुटान, परसराम जगबेड़हा, खम्हनलाल नाग, लालसिंह उर्फ मुसुवा सारवा, रामचंद नाग, धनेसर फूटान, लतेलराम फुटान, बृजलाल सपहा, द्वारका तारक एवं गणमान्य समाजनों द्वारा भवन निर्माण कार्य पूर्ण किया गया ।

समाज के सचिव सोहन फुटान, मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र नाग ने बताया कि माता शीतला की सेवा करते हुए धीवर समाज मंदिर परिसर में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सतत प्रयत्नशील है। पूर्व में माता शीतला मंदिर 6 गुणा 6 फीट के छोटे से मंदिर के रूप में थी, जिसे समाजजनों ने मिलकर आज भव्य स्वरूप प्रदान कर दिया है। यहां पर नगर के सभी समाजों के परिजन पूजा अर्चना के लिए आते हैं । ऐसी मान्यता है की बड़ी माता चेचक,गलवा रोग एवं अन्य सेंदरी माता जैसे भयानक बीमारियों का निदान माता शीतला मंदिर के समीप स्थित बावड़ी के जल से स्नान कराने करनें से हो जाता है।  मंदिर के समीप स्थित भव्य बावड़ी का निर्माण आज से लगभग 75 वर्ष पूर्व धीवर समाज के परिजनों द्वारा किया गया है क्योंकि उस समय आसपास नल आदि की सुविधा नहीं थी। माता शीतला को जल चढ़ाने के लिए जल की व्यवस्था करने के लिए बाड़ी की व्यवस्था की गई ।यह माना जाता है कि बावड़ी के जल से स्नान करवाने से चेचक सिंदरी गलवा रोग और अन्य रोगों का निदान आसानी से हो जाता है ।

समाज के संरक्षक परमेश्वर फुटान, होरीलाल मतस्यपाल ने बताया कि माता शीतला पूरे धमतरी नगर की देवी ग्राम देवी है।  नगर के सभी समाजों के लोग यहां पर आकर अपनी पूजा अर्चना करते हैं । धीवर समाज मंदिर परिसर में समस्त सुविधाएं जुटाने सतत रूप से संकल्पित है।  ऐसी मान्यता है कि सोमवार और गुरुवार के दिन माता शीतला को कच्ची हल्दी भीगा हुआ चना दाल दही से स्नान कराकर  नीम पत्ती चढ़ाकर बचे हुए जल से पीड़ित को स्नान कराने से अतिशीघ्र  आराम मिलता है । मंदिर परिसर में ही मां दुर्गा के नौ रूपों की स्थापना की गयी है तथा परिसर में ही मां दुर्गा की सवारी सिंह की भव्य प्रतिमा की गई है । धीवर समाज की ओर से शीतला माता मंदिर परिसर का देखरेख किया जा रहा है । इस कार्य में  समाज के समस्त परिजन श्रद्धा के साथ सतत रूप से लगे हुए हैं । यहां पर मंदिर में चैत्र नवरात्र एवं शारदीय नवरात्र में मनोकामना जोत सैकड़ों की संख्या में जलाई जाती है । माता का दर्शन करके नगरवासी अपनी मनोकामना की पूर्ति करते हैं।

उल्लेखनीय है कि धमतरी जिले में एकमात्र शीतला माता मंदिर परिसर में रुद्राक्ष का पेड़ है। यहां पिछले 2 सालों से रुद्राक्ष का फल लगना भी शुरू हो चुका है। इस साल नवरात्रि के अवसर पर यह शुभ अवसर आया है। समाज के पूर्व पार्षद फिरोज हिरवानी, आशा धीवर, महिला मोर्चा प्रमुख संध्या हिरवानी ने बताया कि रुद्राक्ष का पेड़ धीवर समाज भवन परिसर में मौजूद है। इसकी पूजा-अर्चना के लिए बड़ी संख्या में लोग रोजाना पहुंचते हैं। मन को शीतलता देने वाली मां शीतला माता की दर्शन मात्र से ही श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। देवी मां की कृपा से ही धमतरी शहर में सुख शांति और खुशहाली है। यहां बावड़ी दर्शन, रुद्राक्ष पेड़ का दर्शन के साथ ही हनुमान जी महाराज मंदिर में दर्शन पूजन का विशेष महत्व बताया गया है।

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