
रायपुर। आज महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कन्धा मिलकर चल रही है। बात चाहे नौकरीपेशे की हो, व्यापार की, शिक्षा के क्षेत्र की, स्वास्थ्य अमले की या फिर हो राजनीती की। वर्तमान समय में आप महिलाओं की भागीदारी हर क्षेत्र में देख सकते हैं। मगर तमाम क्षेत्रों से सबसे अधिक चुनौती महिलाओं के लिए राजनीती में मानी जाती है तभी यहाँ पुरुष प्रतिनिधियों की संख्या आप ज़्यादा भी देख सकते हैं। मगर अब एक ऐसा आंकड़ा सामने आया है जो यह बताने के लिए काफी है कि अब राजनीती में भी महिलाएं अपना लोहा मनवा रहीं हैं और सबसे ज़्यादा हमारे प्रदेश छत्तीसगढ़ में।
लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने संसद एवं राज्य विधानसभाओं में महिला सांसदों/विधायकों के प्रतिनिधित्व एवं महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी मांगी थी। उन्होंने पूछा था कि क्या सरकार का संसद में महिला आरक्षण विधेयक लाने का विचार है?
इसके बाद विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रिजीजू द्वारा लोकसभा में आंकड़े पेश किए गए। इन आंकड़ों के अनुसार, आंध्र प्रदेश, असम, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, ओडिशा, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, पुडुचेरी, मिजोरम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश की विधानसभाओं में महिला विधायकों की संख्या 10 प्रतिशत से कम है। जिन राज्यों की विधानसभाओं में महिला विधायकों की संख्या 10 प्रतिशत से अधिक है, उनमें बिहार (10.70), छत्तीसगढ़ (14.44), हरियाणा (10), झारखंड (12.35), पंजाब (11.11), राजस्थान (12), उत्तराखंड (11.43), उत्तर प्रदेश (11.66), पश्चिम बंगाल (13.70), दिल्ली (11.43) शामिल हैं।कानून मंत्रालय की ओर से एक आंकड़ा जारी किया गया है। इस आंकड़े में यह बताने की कोशिश की गई है कि किन राज्यों में कितनी महिलाएं सांसद या फिर विधायक हैं। कानून मंत्रालय के मुताबिक उत्तर प्रदेश और बिहार में महिलाओं की राजनीति में भूमिका ज्यादा है। देश की संसद और ज्यादातर विधानसभाओं में भी महिलाओं की भागीदारी 15 प्रतिशत से भी कम है। इतना ही नहीं देश के इसतरह के 19 राज्य भी हैं जहां विधानसभा में 10 प्रतिशत से कम महिला विधायक हैं।
जिन राज्यों में महिलाओं की राजनीति में हिस्सेदारी 10 प्रतिशत से भी कम है उनमें आंध्र प्रदेश असम गोवा गुजरात हिमाचल प्रदेश केरल कर्नाटक मध्य प्रदेश महाराष्ट्र मणिपुर उड़ीसा सिक्किम तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्य शामिल हैं। ऐसे में हमारे प्रदेश छत्तीसगढ़ में महिला विधायक सबसे ज़्यादा हैं। छत्तीसगढ़ में पहले 14 महिला विधायक थीं मगर हाल ही में सम्पन्न हुए भानुप्रतापुर विधानसभा चुनावों के बाद जिस तरह से कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी ने जीत हासिल की तो इनकी संख्या सदन में अब 15 हो चुकीं हैं।