छत्तीसगढ़ की बैकुण्ठपुर विधानसभा में इस बार रोचक मुकाबला रहने के आसार नजर आ रहे हैं. हालांकि ये सीट परंपरागत रूप से कांग्रेस की मानी जाती रही है. इस सीट पर पूर्व वित्तमंत्री रहे डॉ. रामचंद्र सिंहदेव द्वारा चुनाव नहीं लड़ने की वजह से बीते दो चुनाव से भाजपा प्रत्याशी के रूप में भैयालाल राजवाडे विजयी हुए, लेकिन एक बार फिर जब राजपरिवार की राजनीतिक विरासत को बचाने के लिए अंबिका सिंहदेव चुनावी मैदान में कूदीं, तो फिर ये सीट राजपरिवार और कांग्रेस के ही खाते में आ गई । फोर्थ आई न्यूज आपको इसी विधानसभा सीट का पिछला इतिहास बताने जा रहा है ।
बैकुण्ठपुर की बात करें तो शुरू से यहां कोरिया पैलेस का दबदबा रहा है. यही वजह है कि कुमार साहब के रूप में विख्यात डॉ. रामचंद्र सिंहदेव यहां से हमेशा अपराजय रहे. मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी के नेतृत्व जब पहली सरकार बनी तो रामचन्द्र सिंहदेव उसमें वित्त मंत्री थे. उन्हें अर्थशास्त्र का जानकार माना जाता था. इससे पहले अविभाजित मध्य प्रदेश में भी वे कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.
साल 2003 की बात करें, तो बैकुंठपुर विधान सभा क्षेत्र में कुल 175583 मतदाता थे। वैध वोटों की कुल संख्या 121903 थी। इस सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ राम चंद्र सिंह देव जीते और विधायक बने । उन्हें कुल 51107 वोट मिले। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार भैया लाल रजवाड़े कुल 43137 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वह 7970 वोटों से हार गए।
इसके बाद रामचंद्र सिंहदेव ने चुनाव न लड़ने की निर्णय ने लड़ने का फैसला करते हुए राजनीति से सन्यास ले लिया, इसके बाद इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस के बुरे दिन शुरू हो गए । साल 2008 में बैकुंठपुर विधान सभा क्षेत्र में कुल 133352 मतदाता थे। कुल वैध मतों की संख्या 91909 रही। इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी भैया लाल रजवाड़े जीते और विधायक बने। उन्हें कुल 36215 वोट मिले। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उम्मीदवार बेदांती तिवारी कुल 30679 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। वह 5536 वोटों से हार गए।
वहीं साल 2013 में भी बैकुंठपुर विधान सभा सीट कांग्रेस के हाथ नहीं आई, 2013 में बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 144656 मतदाता थे। कुल वैध मतों की संख्या 115427 रही। इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी भैयालाल राजवाड़े जीते और विधायक बने। उन्हें कुल 45471 वोट मिले। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उम्मीदवार बेदांती तिवारी कुल 44402 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। वह 1069 मतों से हार गए।
आखिरकार कांग्रेस पार्टी ने घूम फिरकर एक बार फिर कोरिया पैलेस की ओर रुख किया और यहां से अंबिका सिंहदेव को टिकट दिया । साल 2018 में बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 159656 मतदाता थे। वैध मतों की कुल संख्या 129549 थी। इस सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार अंबिका सिंह देव जीतीं और विधायक बनीं । उन्हें कुल 48885 वोट मिले। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी भैयालाल रजवाड़े कुल 43546 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वह 5339 मतों से हार गए।
इस तरह कहा जाए तो बैकुंठपुर विधानसभा सीट पर राजपरिवार ही कांग्रेस को जीत दिलाता आया है, लेकिन इस बार क्या होगा, क्या एक फिर कांग्रेस ये सीट बचाने में सफल होगी या भाजपा इस बार बाजी मार लेगी ।