
रायपुर। धरती आबा जनभागीदारी अभियान के तहत आज बालोद जिले के चार विकासखंडों के गांवों में आयोजित शिविरों ने ग्रामीणों की ज़िंदगी में नई उम्मीदें जगाईं। भीमकन्हार (डौण्डीलोहारा), पथराटोला (डौण्डी), बोड़की (बालोद) और खैरबना (गुण्डरदेही) गांवों में लगे इन लाभ संतृप्ति शिविरों में केंद्र सरकार की 25 से अधिक सेवाओं और योजनाओं के अंतर्गत सैकड़ों हितग्राहियों को त्वरित और प्रभावी लाभ पहुंचाया गया।
हर गांव में सुविधाओं की बौछार
शिविरों में आयुष्मान भारत, जनधन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, सिकल सेल जांच, सामाजिक पेंशन, राशन कार्ड, आधार पंजीयन, जीवन ज्योति बीमा, विश्वकर्मा योजना, वनाधिकार, इंद्रधनुष और वन धन जैसी योजनाओं के तहत सेवा दी गई।
गांववार उपलब्धियां:
भीमकन्हार: 6 आयुष्मान कार्ड, 15 राशन कार्ड, 16 प्रमाण पत्र, 1 किसान क्रेडिट कार्ड, 2 सोलर कनेक्शन और सिकल सेल जांच।
खैरबना: 4 राशन कार्ड, 5 श्रम कार्ड, 7 किसान क्रेडिट कार्ड सहित अन्य योजनाओं का लाभ।
बोड़की: 4 आयुष्मान कार्ड, 2 राशन कार्ड, 13 प्रमाण पत्र और 23 ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच।
पथराटोला: 14 आधार कार्ड, 16 आयुष्मान कार्ड, 8 राशन कार्ड, 4 नरेगा जॉब कार्ड और कई लाभार्थियों को किसान सम्मान निधि, पेंशन, जीवन बीमा, मुद्रा व अन्य योजनाओं का लाभ।
जनजागरूकता भी बनी अभियान की ताकत
शिविरों के दौरान प्रचार रथों ने गांव-गांव जाकर जनजातीय समुदाय को योजनाओं की जानकारी दी और अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की।
लाभार्थियों की जुबानी शुक्रिया
कोचेरा की हीरा बाई और दुलार सिंह जैसे ग्रामीणों ने सरकार का आभार जताते हुए कहा कि इतने सारे लाभ एक ही जगह और इतने कम समय में मिलना पहले कभी संभव नहीं था।
इस पहल ने यह साबित किया है कि जब सरकारी योजनाएं धरातल पर उतरती हैं और जनता से सीधे जुड़ती हैं, तो बदलाव न सिर्फ संभव होता है, बल्कि दिखने भी लगता है।