ब्लॉक भी किए जा सकते हैं ‘चीनी ऐप’

नईदिल्ली, लद्दाख के गलवान घाटी में खूनी झड़प के बाद अब भारत में चीन को सबक सिखाने की मांगे उठ रही हैं, जिसके बाद चीन को हर मोर्चे पर सबक सिखाया जाएगा. लाइन ऑफ एक्चुअल पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जा रही है. साथ ही हिंद महासागर में नौसेना अपनी ताकत बढ़ा रही है. इस बीच भारतीय खुफिया एजेंसियों की रडार पर चाइनीज ऐप आ गए हैं.
सूत्रों का कहना है कि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने 52 मोबाइल एप्लिकेशन की लिस्ट जारी की है, जिनका कनेक्शन चीन से है. इस लिस्ट को अप्रैल में ही बनाया गया था. अब सरकार को लिस्ट सौंपी गई है, जिससे सरकार इन ऐप को ब्लॉक कर दे या फिर लोगों को डाउनलोड न करने की सलाह दे.
खुफिया एजेंसियों ने अपनी लिस्ट में जिन ऐप को ब्लॉक करने की सलाह दी है, उनमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम और पॉपूलर सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक भी शामिल है. इसके अलावा यूसी ब्राउजर, शेयरइट, क्लिन-मास्टर जैसे ऐप भी हैं. साथ ही शॉपिंग ऐप Shein और Club Factory को भी ब्लॉक करने की सलाह दी गई है.
इस बीच अब टेलीकॉम मंत्रालय ने बीएसएनएल को चीनी कंपनियों की उपयोगिता को कम करने का निर्देश दिया है. मंत्रालय ने बीएसएनएल को निर्देश दिया है कि अपनी किर्यान्वन में चीनी कंपनियों की उपयोगिता को कम करे. अगर कोई बिडिंग है तो उसपर नए सिरे से विचार करे.
इधर, व्यापारिक संगठन कैट ने चीनी उत्पादों का बहिष्कार और भारतीय वस्तुओं को बढ़ावा देने वाले राष्ट्रीय अभियान को और अधिक तेज करने का फैसला किया है. संगठन ने 500 सामानों की सूची तैयार की है, जिससे चीन से नहीं मंगाने का फैसला लिया गया है.