
बिलासपुर : नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने आज इंदौर- पुरी हमसफर एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दो तीर्थस्थान की कनेक्टिवटी छत्तीसगढ़ से हुई है। बिलासपुर से उज्जैन और पुरी की कनेक्टिवी आसान हुई है। छत्तीसगढ़ और बिलासपुर से बहुत से लोग पुरी और महाकाल के दर्शन करने उज्जैन जाते थे। लेकिन ट्रेनें काफी सीमित थीं। अब लोगों को तीर्थ यात्रा जाने में आसानी होगी।
दो तीर्थस्थान की कनेक्टिवटी छत्तीसगढ़ से हुई है
बिलासपुर से अभी तक इंदौर जाने में काफी वक्त लगता था और ट्रेनें भी बहुत कम थीं। यात्री अब 12-13 घंटे में इंदौर पाएंगे। आज से 20 साल पहले बहुत की कम ट्रेनें बिलासपुर से जाती थीं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रेनों का विस्तार किया है। इस अवसर पर सांसद लखन लाल साहू ने कहा कि हमसफर एक्सप्रेस के शुरु होने से बिलासपुर की जनता को काफी सहूलियत होगी।
आज से 20 साल पहले बहुत ही कम ट्रेनें बिलासपुर से जाती थीं
यहां की जनता काफी समय से इंदौर के लिये ट्रैन की मांग कर रहे थे। लेकिन अब यात्रियों के साथ तीर्थयात्रियों को भी पुरी और उज्जैन जाने में आसानी होगी। इस अवसर पर महापौर किशोर राय, निगम के सभापति अशोक विधानी एवं रेलवे के अपर मंडल रेल प्रबंधक बंदोपाध्याय मौजूद रहे।
2 ) बिलासपुर : वीरता की गाथाएं महाराणा प्रताप की चर्चा के बिना अधूरी- अमर अग्रवाल
बिलासपुर : नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल आज यहां क्षत्रिय महासभा द्वारा आयोजित महाराणा प्रताप की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर अग्रवाल ने कहा कि महाराणा प्रताप की वीरता की देश में ही नहीं पूरी दुनिया में चर्चा होती है। हम सभी ने महाराणा प्रताप की वीरता के किस्से बचपन से सुने हैं। इतना गौरवशाली इतिहास किसी महापुरुष का नहीं रहा जितना महाराणा प्रताप का रहा है। वीरता की गाथायें बिना महाराणा प्रताप और हल्दीघाटी की चर्चा के अधूरी रहती हैं। राजपूतों के योगदान को देश आज तक नहीं भूला है और न ही कभी भुला पाएगा।
हम सभी ने महाराणा प्रताप की वीरता के किस्से बचपन से सुने हैं
कई राजाओं ने मुगलों की अधीनता स्वीकार कर ली लेकिन महाराणा प्रताप ने अधीनता स्वीकार करने के बजाए योद्धा की तरह लड़ते हुए बलिदान देना उचित समझा। इसलिये महाराणा प्रताप की वीरता के किस्से आज भी सुनाए जाते हैं। आज यदि भारत की संस्कृति बनी हुई है तो वह सिर्फ महाराणा प्रताप की वजह से ही है। महाराणा प्रताप ने के जीवन से हमें शिक्षा मिलती है कि अभावों और विपरीत परिस्थितियों को कैसे अपने अनुकूल किया जाए।
महाराणा प्रताप की वीरता के किस्से आज भी सुनाए जाते हैं
इस अवसर पर संसदीय सचिव राजू सिंह क्षत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप हम सभी के गौरव हैं। हमें गर्व है कि हम उनके वंशज हैं। आज के समय में हमें संकल्प लेना चाहिये कि महिलाओं और गरीबों की सेवा में अपने समाज को लगाना है। इस अवसर पर क्षत्रिय समाज के मेधावी बच्चों का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष होरी सिंह ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में महापौर किशोर राय एवं क्षत्रिय समाज के लोग उपस्थित रहे।