IBC24 के एचआर हेड श्रम विभाग में तलब, अगली सुनवाई मई के दूसरे हफ्ते में
रायपुर: करीब 10 वर्ष तक आईबीसी24 में काम करने के बाद, गलत तरीके से टर्मिनेशन के संबंध में आज बुधवार को श्रम विभाग में आईबीसी24 के अधिकारी की पेशी हुई, इस पेशी के लिए आईबीसी24 के एचआर हेड गिरिराज गर्ग पहुंचे थे, श्रम विभाग अधिकारी ने जब, टर्मिनेशन की असल वजह पूछी तो, एचआर हेड ने अपने लिखित कथन में कहा कि ये मीडियाकर्मी नौकरी के साथ-साथ प्रॉपर्टी से संबंधित दूसरे काम भी करता था, और ज्यादातर टाइम मोबाइल पर बात करता था, लिहाजा मैनेजमेंट ने उससे त्यागपत्र लिया है, उन्होने पीड़ित मीडियाकर्मी पर ये भी आरोप लगाया कि उसे कई बार मौखिक तौर पर भी समझाइश दी गई, लेकिन उसने अपने दूसरे काम बंद नहीं किये, लिहाजा मैनेजमेंट ने ये कदम उठाया ।
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पीड़ित मीडियाकर्मी का जवाब
दूसरी तरफ पीड़ित मीडियाकर्मी ने मैनेजमेंट के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि उसे कभी भी लिखित या मौखिक रूप से कोई चेतावनी कंपनी प्रबंधन द्वारा नहीं दी गई, इसका सबसे बड़ा सबूत कंपनी द्वारा दी गई, ईमेल आईडी है, जिसमें उसके करीब दस साल का हिसाब है, और इसे कंपनी के द्वारा ही लॉक किया गया है, उसमें एक भी मेल, दूसरे काम करने को लेकर या फिर उसकी वीक परफॉर्मेंस को लेकर नहीं है, और अगर ऐसा दावा किया जा रहा है तो वो मेल दिखाया जाए, जिसमें एक बार भी उसे कोई भी तरह की वॉर्निंग दी गई हो, लिहाजा मौखिक तौर पर अब कुछ भी आरोप लगाना गलत है, साथ पीड़ित मीडियाकर्मी ने बताया कि उसने कंपनी द्वारा लगाई जाने वाली 9 घंटे की शिफ्ट हमेशा पूरी की है, कई बार ओवर टाइम भी किया, तो वहीं ऑफिस से बाहर जाने या मोबाइल पर बात करने को लेकर भी पीड़ित ने कंपनी में लगाये गए सीसीटीवी फुटेज या गार्ड के द्वारा मैनटेन किया गया रजिस्टर पेश करने की मांग की
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कंपनी के जवाब पर उठे सवाल ?
एचआर हेड ने कहा कि कंपनी ने पीड़ित कर्मचारी को कई बार मौखिक समझाइश दी, लेकिन इतनी बड़ी कंपनी में किसी कर्मचारी को निकालने की नौबत आ गई और प्रबंधन उसे मौखिक वॉर्निंग देता रहा, और मौखिक समझाइश के आधार पर कार्रवाई भी कर दी, आईबीसी24 के एचआर के इस जवाब पर सवाल उठना लाजमी है ।
पीड़ित मीडियाकर्मी ने जताई हमले की आशंका
पीड़ित मीडियाकर्मी के मुताबिक उसने एक बड़ी कंपनी के खिलाफ आवाज उठाई है, लिहाजा उसपर दवाब बनाया जा सकता है, साथ ही उसे जान का खतरा भी हो सकता है, लिहाजा वो इस संबंध में वो जल्द ही वो गृहमंत्री और मुख्यमंत्री को भी खत लिखेगा,, अब इस केस की अगली सुनवाई मई के दूसरे हफ्ते में होगी ।