1.रायपुर : CM भूपेश बघेल आज राजिम, मोतिमपुर-मुंगेली और बिलासपुर के दौरे पर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज गरियाबंद जिले के राजिम, मुंगेली जिले के मोतिमपुर में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद बिलासपुर भी जाएंगे। भूपेश बघेल निर्धारित समय पर कार्यक्रम के अनुसार पूर्वान्ह 11.30 बजे रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर दोपहर 12 बजे गरियाबंद जिले के राजिम पहुचेंगे । वहां प्रदेश स्तरीय भक्त राजिम माता जयंती महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे। बघेल दोपहर 2 बजे मुंगेली जिले के मोतिमपुर(सरगांव) पहुंचकर अखण्ड नवधा रामायण समारोह में शामिल होंगे।
2.छत्तीसगढ़ में चुनाव कैसे जीते, भूपेश बघेल – यह तरीका असम में अपनाएंगे
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। वे असम चुनाव के पर्यवेक्षक और चुनाव प्रचार मैनेजमेंट की कमान संभालेंगे। सीएम भूपेश छत्तीसगढ़ में चुनाव कैसे जीते यह तरीका असम में भी अपनाएंगे। उनके साथ मुकुल वासनिक और शकील अहमद खान को सीनियर आर्ब्जवर और चुनाव प्रचार मैनेजमेंट और समन्वयक की जिम्मेदारी दी है। एआईसीसी ने असम, केरल, तमिलनाडु व पुड्डुचेरी के साथ-साथ पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए आब्जर्बर का ऐलान किया है। इन सभी राज्यों में इसी साल चुनाव होना है।
3. अनोखी शादी, दो लड़कियों से हुआ प्यार, एक ही मंडप में दूल्हे ने की दोनों से शादी
छत्तीसगढ़ में बस्तर जिले के टिकरालोहंगा में रहने वाले चंदू मौर्य नामक युवक ने दो लड़कियों के साथ एक ही मंडप में एक साथ अग्नि को साक्षी मानकर फेरे लिये हैं। करंजी में रहने वाली हसीना बघेल और एरंडवाल की रहने वाली सुंदरी कश्यप से प्रेम हो गया था। चंदू दोनों के साथ रिलेशनशिप में था इसी बीच सुंदरी गर्भवती हो गई। युवक ने बाकायदा शादी के निमंत्रण पत्र में दोनों लड़कियों का नाम भी छपवाया और यह शादी तीनों के परिवार के लोगों रजामंदी से हुई। इस अनोखी शादी में शामिल होने वाले लोगों में भी खासा उत्साह था और लोगों ने इसे ऐतिहासिक शादी का खिताब भी दे दिया है।
4. जंगल सफारी जू में बना रहे 10 नए बाड़े, यहां देख सकेंगे गौर-भेड़िया और पेंगोलिन
रायपुर : नवा रायपुर में जंगल सफारी से सटे जू में मैसूर से गौर और भेड़िया लाए जाएंगे। भुवनेश्वर से पेंगोलिन लाने की तैयारी है। इनके अलावा चिंकारा, वाइल्ड डॉग यानी जंगली कुत्ते, स्याही और चीतल सहित 10 अलग-अलग किस्म के वन्य प्राणी अलग-अलग बाड़ों में लाकर रखे जाएंगे। जू में इन वन्य प्राणियों के लिए बाड़े बनने शुरू हो गए हैं।
अब तक बने बाड़ों की तरह नए बाड़े भी इतने बड़े साइज के बनाए जा रहे हैं कि वन्य प्राणी आसानी से घूम सकें। पेंगोलिन के लिए सबसे छोटा 200 स्क्वेयर मीटर का बाड़ा बनेगा जबकि गौर के लिए बनाए जा रहे बाड़े की साइज साढ़े तीन हजार स्क्वेयर मीटर है। इसी तरह बाकी वन्य प्राणियों के बाड़े भी उनके मूवमेंट और प्रकृति के हिसाब से बनाए जा रहे हैं। बाड़ों पर 10 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। बाड़े लगभग तीन महीने में तैयार हो जाएंगे।