धर्म

रायपुर: क्रोध से शक्ति क्षीण होती है : इंदुभवानंद

रायपुर: जगद्गुरु शंकराचार्य आश्रम व भगवती राजराजेश्वरी मंदिर के प्रमुख ब्रह्मचारी डॉ इंदुभवानंद ने बताया कि क्रोध करने से शरीर की शक्ति क्षीण हो जाती है तथा कलह से ही क्रोध की उत्पत्ति होती है। क्रोध के समय प्राणी को अपने हित अहित का बोध नही रहता है और इस अज्ञान से शीघ्र ही मनुष्य के कार्यकार करनेवाली व्यापक चेतना शक्ति लुप्त हो जाती है। चेतना शक्ति स्मृति के लुप्त हो जाने से मनुष्य में मनुष्यता नहीं रह जाती वरन वह पशु हो जाता है। क्रोध को रोकने के लिए व्यक्ति को कामना एवं आसक्ति का परित्याग करना होगा क्यों कि काम से ही क्रोध उत्पन्न होता है।

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