जगदलपुर : स्थानीय समुंद के पास रहने वाले दो नागरिकों के पास में ही स्थित खेतों में बिक्री के लिए ले जाया जाने वाला 300 बोरी धान साजिस के तहत लगाई गई आग में राख में परिवर्तित हो गयी। इस धान के मालिक भूपेंद्र सिंह और धर्मेंद्र सिंह ने इस संबंध में आशंका व्यक्त की कि यह आग साजिश के तहत किसी के द्वारा लगाई गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह आग खलिहान में कल दोपहर साढ़े 3 बजे के करीब अचानक लगी और खलिहान में रखी गई 18 एकड़ की धान की फसल के 300 बोरे जल गए। इन धान के बोरों को पास ही के सरकारी खरीदी केंद्र में ले जाने की तैयारी चल रही थी, तभी पास के खेतों से होती हुई आग की लपट पहुंची और देखते ही देखते पूरा खलिहान आग की चपेट आ गया।
इस घटना में फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को आग बुझाने में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। इधर धर्मेंद्र सिंह के मुताबिक मजदूर नहीं मिलने से धान की मिंजाई में काफी वक्त लग गया। 31 जनवरी तक ही सरकारी खरीदी केंद्रों में धान लिया जाना है इसे देखते हुए किसी तरह धान की मिंजाई कर इसे बोरे में रख रहे थे। यदि एक दिन का और समय मिल जाता तो यह सारा धान सोसायटी तक पहुंचा देते।
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