कच्चे घर से पक्के सपनों तक: गंगाबाई की मेहनत और सरकारी योजना का संगम

रायपुर। गंगाबाई का सपना कभी बहुत बड़ा नहीं था — बस एक ऐसा घर, जिसकी छत टपके नहीं, दीवारें मजबूती से खड़ी हों और जिसमें उसका परिवार सुकून से रह सके। लेकिन गरीबी की हकीकत हर बार उस सपने को चकनाचूर कर देती थी।
कोण्डागांव जिले के फ़रसगांव ब्लॉक के ग्राम पंचायत जुगानीकलार की निवासी गंगाबाई के पास सिर्फ़ एक एकड़ ज़मीन थी, जिससे जैसे-तैसे रोज़ी-रोटी चलती थी। न कोई तय आमदनी, न कोई आर्थिक सहारा। बरसात आती तो कच्चे घर की छत से टपकता पानी उन्हें साल दर साल असुरक्षित और असहाय बनाता।
लेकिन बदलाव की बयार तब चली जब प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत वर्ष 2024-25 में उनके नाम से पक्का मकान स्वीकृत हुआ। पंचायत सचिव और रोजगार सहायक ने जब यह खबर सुनाई, तो मानो वर्षों की तपस्या रंग लाई।
गंगाबाई को तीन किस्तों में कुल ₹1.20 लाख की सहायता राशि मिली, साथ ही मनरेगा मजदूरी भी खाते में आती रही। इससे उन्होंने ईंट, गिट्टी, सीमेंट जैसी ज़रूरी सामग्री जुटाई और कुछ ही महीनों में अपने सपनों का घर खड़ा कर दिया।
आज गंगाबाई का परिवार पक्के घर में सुरक्षित, गरिमापूर्ण और सुविधाजनक जीवन बिता रहा है। अब उनके घर में गैस कनेक्शन, बिजली, नल-जल योजना, शौचालय, और मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
गंगाबाई ने इस सम्मानपूर्ण बदलाव के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार प्रकट किया।