
रायपुर: राजधानी के भूमाफिया कितने सक्रीय है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना वायरस के दौर में लॉकडाउन सरकारी कामकाज में ढिलाई का फायदा का इन अवैध ठेकेदारों उठाया और आउटर में अंधाधुंध प्लाटिंग कर डाली । पिछले 3 माह में नगर निगम के अलग-अलग जोन दस्तों ने आउटर की 150 एकड़ अवैध प्लाटिंग सड़कें काटकर खाली करवाई हैं और अनुमान है कि इतनी ही अवैध प्लाटिंग और मिल सकती है ।
प्रशासन का बड़ा सिरदर्द यह है कि इनमें से कुछ भूमाफिया ने अवैध तरीके से प्लाट काटे और मुरुम की सड़कें बनाकर इन्हें बेच भी दिया है । खसरा बिठाकर रजिस्ट्री कर दी गई और सादे कागज में नक्शा बनाकर प्लाट नंबर डाल दिए गए हैं । करोड़ों रुपए के इस गड़बड़ झाले में निगम के भी अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत के आरोप भी लग रहे हैं ।