इंदौर बार चुनाव: कुर्सी की दौड़ में 26 दावेदार, ‘वकीलों के वाजपेयी’ मैदान से बाहर, बिरथरे फिर होंगे विजयी ?

इंदौर के कोर्ट परिसर में एक बार फिर लोकतंत्र की हलचल तेज हो गई है। तारीख तय है—15 अप्रैल, और मंच है—इंदौर बार एसोसिएशन चुनाव। कुल 11 पदों के लिए इस बार 26 उम्मीदवार मैदान में हैं। गर्मी भले अप्रैल की है, लेकिन अदालत के गलियारों में फिलहाल चुनावी पारा चढ़ा हुआ है।
इस बार का चुनाव खास है, और इसके दो बड़े कारण हैं —
पहला, अध्यक्ष और सचिव पदों के लिए कड़ा मुकाबला, और दूसरा, 13 बार अध्यक्ष रहे वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्र कुमार वर्मा का चुनाव न लड़ने का फैसला। वर्मा को इंदौर बार में लोग मज़ाक में ‘वकीलों का वाजपेयी’ कहते हैं, इस बार उन्होंने खुद को रेस से बाहर रखा है, जिससे समीकरण कुछ बदलते नजर आ रहे हैं।
🔹 कौन किसके खिलाफ?
- अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला चार दावेदारों के बीच: एलएल यादव, राकेश पाल, विजय दुबे और गोपाल कचोलिया।
- सचिव पद पर भी टक्कर जबरदस्त: कपिल बिरथरे, संदीप शर्मा, विशाल रामटेके और अमित पाठक आमने-सामने हैं।
- उपाध्यक्ष पद के लिए मैदान में हैं: जितेंद्र नीम, अनूप बाथम, राजीव पंवार और श्रीराम भदौरिया।
- सह-सचिव की सीट पर मुकाबला: विजय व्यास, अतुल त्रिवेदी, जयदीप सिंह गौड और श्रवण मिश्रा के बीच।
- कोषाध्यक्ष बनने के लिए चार चेहरे सामने: पुरुषोत्तम सोमानी, सुधीर नायक, मुकेश तोमर और शिवशंकर वर्मा।
इसके अलावा, कार्यकारिणी के 6 पदों पर 16 प्रत्याशियों ने दांव लगाया है।
🗓️ चुनावी टाइमलाइन:
- 11 अप्रैल: वैध नामांकन की सूची आएगी।
- 12 अप्रैल: नाम वापसी का आखिरी दिन और फाइनल लिस्ट जारी।
- 15 अप्रैल: मतदान सुबह 11 बजे से शाम 4:30 बजे तक होगा।
- उसी रात होगी गिनती, और देर रात तक मिल सकते हैं नतीजे।
फिलहाल सवाल यही है – वर्मा की गैरमौजूदगी में कौन बनेगा बार का नया चेहरा? और क्या नए उम्मीदवार पुराने समीकरणों को तोड़ पाएंगे? जबकि सचिव पद के लिए लगातार यूथ के चहेते बने रहने वाले कपिल बिरथरे एक बार फिर बाजी मारने में कामयाब होंगे, यानि कोर्ट की बहसें इस हफ्ते कुर्सियों पर नहीं, कुरसी के लिए होंगी, जिसमें कौन बाजी मारेगा 15 अप्रैल को देर रात तक इसका खुलासा हो जाएगा ।