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जशपुर : फादर बर्नार्ड बड़ा को कुनकुरी में दी गई भावभीनी अंतिम विदाई

जशपुर : मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ प्रोविंस के येसु समाज के पुरोहित फादर बर्नार्ड बड़ा को लोयोला कैंपस कुनकुरी में भावभीनी अंतिम विदाई दी गई। लंबी बीमारी के पश्चात उनका निधन 79 वर्ष की आयु में अंबिकापुर होली क्रॉस अस्पताल हो गया। उनका पार्थिव शरीर को अंबिकापुर से कुनकुरी लाया गया। लोयोला छात्रावास के गिरजाघर में मिस्सा पूजा अनुष्ठान करके तथा श्रद्धांजलि अर्पित कर लोयोला कब्रिस्तान में दफन किया गया। उनकी इस विदाई यात्रा में हजारों की संख्या में पुरोहितगण, धर्मबहने, परिवार के सदस्य, प्रियजन, वर्तमान एवं भुतपूर्व विद्यार्थी तथा अन्य गणमान्य नागरिक शामिल हुए।

पार्थिव शरीर को अंबिकापुर से कुनकुरी लाया गया

मिस्सा अनुष्ठान जशपुर धर्मप्रांत के गडरिये बिशप एम्मानुएल केरकेट्टा थे जिनका सहयोग रायगढ़ धर्मप्रांत के बिशप पौल टोप्पो, जबलपुर धर्म प्रांत के विकर जेनेरल फादर अब्राहम पी, येसु समाज मध्य प्रदेश प्रोविंस के प्रोविंशियल फादर कल्यानुस मिंज तथा लोयोला समुदाय रेक्टर फादर पंखरासियुस टोप्पो ने दिया।

अच्छे खिलाड़ी के साथ साथ शिक्षाविद रहे है

फादर कल्यानुस मिंज ने मिस्सा के प्रारम्भ में दिव्वंगत पुरोहित का जीवन परिचय प्रस्तुत करते हुए कहा कि गुमला निवासी स्वर्गीय पिता पेत्रुस बड़ा एंड स्वर्गीय माता जूलिया के सात भाई बहनोँ में दूसरा स्थान है। वे धार्मिक स्वभाव के थे जिसका प्रभाव अपने बच्चों पर पड़ा फलत: दो बेटे एवं दो बेटियां समाज सेवा के लिए समर्पित हो गए। फादर बर्नार्ड बड़ा का कम उम्र में ही पिता का साया उठ जाने से बचपना कठिननाईयों में बीता। इसलिए पढ़ाई के साथ उन्होंने पेट्रोल पंप में भी काम किया। वे सन् 1960 में येसु समाज में भर्ती हुए तथा प्रशिक्षण पूरी करने के पश्चात् सन् 1972 में उनका पुरोहित अभिषेक हुआ। उनकी पढ़ाई गुमला, रांची, पुणे, दार्जीलिंग, दिल्ली, जबलपुर, भोपाल, चेन्नई एवं अमेरिका में हूई। उन्होंने अपनी सेवाएं शिक्षा एवं कानून के क्षेत्र में लोयोला स्कूल कुनकुरी, अंबिकापुर, भोपाल, बिलासपुर इत्यादि जगहों में दी। वे व्यक्तित्व के धनी एवं आदर्श पुरुष थे।

 बिशप एम्मानुएल केरकेट्टा श्रद्धांजलि संदेश में कहा

विद्यार्थिओं के हित जीवन जिया। बिशप पौल टोप्पो ने कहा कि वे मृदु भाषी जिम्मेदारी के प्रति समर्पित थे। उन्होने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य किया। हेमंत मिंज ने कहा वे मानवीय गुण संपन्न थे उनमे प्रशासनिक, कर्ममठ, वाकपटुता गुण था। जोसेफ तिग्गा ने कहा अनुशासन, खेल बहुत अनुशाषित, बच्चों से स्नेह, दूरदर्शिता के धनी थे। जबलपुर विकर जेनेरल अब्राहम पी, फादर जखरियस केरकेट्टा, सिस्टर फ्लोरेंसिआ ने भी श्रद्धांजलि दी। फादर कल्यानुस मिंज ने येसु संघ की ओर से तथा फादर रोबर्ट तिग्गा ने समुदाय की ओर से आभार प्रदर्शन किया।

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