
रायपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी ने आज मंत्रालय महानदी भवन में एक अहम समीक्षा बैठक ली, जिसमें रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के जिलों की योजनाओं की प्रगति और आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति पर गहन चर्चा की गई। बैठक में व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए कई जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किए गए।
श्रीमती आबिदी ने अधिकारियों से कहा कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करें और जमीनी हकीकत को रिपोर्ट में दर्ज कराएं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि पेयजल, बिजली, स्वच्छता और भवन मरम्मत जैसी मूलभूत सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराई जाएं।
बैठक में यह भी सामने आया कि कुछ आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण कार्य अधूरे हैं। सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसे सभी कार्यों को प्राथमिकता से जल्द पूरा कराया जाए, साथ ही ज़रूरत पड़ने पर मरम्मत कार्य भी कराया जाए।
बिजली बिल के समय पर भुगतान और आकस्मिक व्यय के तहत राशि के सही उपयोग को लेकर भी विशेष जोर दिया गया।
प्रधानमंत्री जनमन कार्यक्रम के तहत बन रहे आंगनबाड़ी भवनों के संदर्भ में सचिव ने निर्देश दिए कि बारिश से पहले निर्माण सामग्री का भंडारण सुनिश्चित किया जाए। मनरेगा अभिसरण से जुड़े भवनों की स्थिति पर भी चर्चा हुई।
बैठक में तकनीकी पहलुओं की भी समीक्षा की गई, जिसमें पोषण आहार की जिलेवार उपलब्धता, लाभार्थियों की ई-केवाईसी और आधार मैपिंग जैसे कार्यों को भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार तेजी से पूरा करने को कहा गया।
इस महत्वपूर्ण बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक श्री पी. एल्मा, संचालनालय के वरिष्ठ अधिकारी, सभी जिलों के कार्यक्रम अधिकारी तथा जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी मौजूद थे।