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दंतेवाड़ा में महिला स्व-सहायता समूह की रेशम कीट पालन में सफलता, आत्मनिर्भरता की नई मिसाल

दंतेवाड़ा । जिले के शासकीय रेशम केंद्र, चितालंका की महिलाओं ने मलबरी रेशम कीट पालन में अद्भुत सफलता हासिल की है। टसर रेशम कीट के 1300 स्वस्थ अंडों से 45 दिन में 45 हजार नग डाबा कोसा उत्पादन कर समूह ने 72,300 रुपये की आर्थिक आमदनी अर्जित की है। यह पहली फसल से मिली आय महिलाओं के उत्साह और आत्मविश्वास को दोगुना कर रही है।

सीएम विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व में विभाग की योजनाओं ने स्व-सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हितग्राही स्वयं हैचिंग से लेकर कोसा उत्पादन तक की पूरी प्रक्रिया करते हैं और उत्पाद बेचकर अपनी आजीविका मजबूत कर रहे हैं।

अब यह महिला समूह दूसरी और तीसरी फसल के लिए पूरी तरह तैयार और प्रेरित है, जो महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण आजीविका संवर्धन की मिसाल बन रही है।

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