काबुल ; हमलावरों से मिले पाक आर्मी के हथियार
काबुल : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के मिलिट्री एकेडमी पर हुए आतंकी हमले के पिछे पाकिस्तान की करतूत सामने आ रही है. अफगान राजनयिक माजिद करार ने ये दावा किया है. माजिद का कहना है कि हमले में इस्तेमाल किए गए हथियार पाकिस्तानी सेना द्वारा जारी किए गए थे.
माजिद करार ने अपने ट्विटर पर लिखा- अफगान नेशनल अकेडमी के हमलावर तालिबान से जो नाइट विजन चश्मे मिले हैं, वे पाकिस्तान आर्मी के ही है. पाकिस्तान आर्मी ने इन चश्मों को ब्रिटिश कंपनी से खरीदकर अफगानिस्तान में तालिबान को और कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा को सप्लाई किए है.
अफगान राजनयिक के मुताबिक, पाकिस्तान की सेना ने इसी तरह के उपकरणों की सप्लाई कश्मीर और अफगानिस्तान में सक्रिय आंतकी समूहों को की थी. माजीद करार ने पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि कश्मीर और अफगानिस्तान में दहशत फैलाने के लिए पाक आर्मी अब आतंकी संगठनों को हथियार भी मुहैया करवा रही है.
अफगान मीडिया के मुताबिक, यहां पीडी5 इलाके में स्थित मार्शल फहीम मिलिट्री एकेडमी के पास सोमवार तडक़े गोलीबारी और धमाकों की आवाज़ सुनाई दी. समाचार एजेंसी एएफपी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस हमले में कम के कम चार आतंकी शामिल हैं और वहां भीषण गोलीबारी चल रही है. हालांकि, ये हमलावर एकेडमी परिसर में अभी तक घुस नहीं पाए हैं.
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता दौलत वजीरी ने कहा, 3 आतंकियों को मार गिराया गया है. जबकि एक को गिरफ्तार किया गया है. एक आतंकी के साथ मुठभेड़ जारी है. वजीरी ने कहा, इस ऑपरेशन में एक जवान की भी मौत हुई है.
यह हमला स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 5 बजे से ही जारी है. टोलो न्यूज़ ने कैंप के अंदर मौजूद सूत्रों के हवाले से बताया कि धमाके और गोलीबारी की ये आवाज एकेडमी के एंट्री गेट की तरफ से आ रही है.
बता दें कि काबुल में तीन दिन के भीतर यह दूसरा आतंकी हमला है. इससे पहले शनिवार दोपहर काबुल में भीड़भाड़ वाले इलाके में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी एक एंबुलेंस के साथ खुद को उड़ा लिया था. इस हमले में कम से कम 103 लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.