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रायपुर : नया रायपुर में बॉटनिकल गार्डन में तालाबों की खुदाई के दौरान करोड़ों का भ्रष्टाचार-जकांछ ने लगाया आरोप

रायपुर : जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता एवं मीडिया समन्वयक संजीव अग्रवाल ने एक प्रेसवार्ता में नया रायपुर में बॉटनिकल गार्डन मेें तालाबों की खुदाई एवं उससे निकली मिट्टी व मुरूम ढुलाई के कार्य में करोड़ों का भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि तालाबों की खुदाई एवं मिट्टी व मुरूम की ढुलाई का काम बिना टेण्डर निकाले फर्मो को ठेके पर दे दिया गया है। श्री अग्रवाल ने बताया कि इस संबंध की शिकायत प्रमुख सचिव वन एवं ईओडब्ल्यू से करते हुए कार्यवाही करने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यवाही नहीं होने पर वे मामले को लेकर न्यायालय जाएंगे।

भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया

प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि सूचना के अधिकार के तहत वन मंडल अधिकारी रायपुर वन मंडल कार्यालय से निकाली गई जानकारी के अनुसार बॉटनिकल गार्डन में तालाब क्र.3 एवं क्र.4 के खुदाई कार्य के लिए कोई भी निविदा आमंत्रित नहीं की गई थी। इन तालाबों के गहरीकरण व स्टोन पिचिंग आदि के निर्माण कार्य व अन्य कार्यों में वर्ष 2015-16 में अनुमोदित वित्तीय प्रावधान में कुल स्वीकृत राशि 745.32 लाख रूपये थी और जारी राशि 600 लाख रूपये थी। श्री अग्रवाल ने बताया कि इस कार्य में जिन कंपनियों के वाहनों द्वारा मिट्टी व मुरूम ढुलाई का कार्य कराकर भुगतान कराया गया। उनमें लगभग सभी वाहनों का नंबर फर्जी है। मिट्टी व मुरूम ढुलाई के कार्य में ट्रेक्टर एवं ट्रक के अलावा कई कार एवं मोटरसायकों के नंबर भी शामिल है। जिन्हें लाखों करोड़ों का भुगतान किया गया है। उन्होंने बताया कि कारों में एक कार का नंबर छग राज्य वन विकास निगम के एमडी का भी शामिल है।

जारी राशि 600 लाख रूपये थी

उन्होंने कहा कि बॉटनिकल गार्डन बनाने के लिए बाहर से मुरूम व मिट्टी की खरीदी की गई है, जबकि तालाबों की खुदाई से ही मुरूम व मिट्टी निकलती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुरूम खरीदी में भी भ्रष्टाचार किया गया है। इसके अलावा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि गार्डन में 62 हजार पौधों का रोपण भी किया गया है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त किसी भी फर्मों द्वारा वन विभाग को दिए गए बिल में किसी भी वाहन के पंजीयन नंबर का उल्लेख नहीं किया गया है जबकि वन विभाग के दस्तावेजों में उनका उल्लेख किया है।

मुरूम खरीदी में भी भ्रष्टाचार किया गया

श्री अग्रवाल ने यह भी आरोप लगाया कि उक्त कार्य में खाद खरीदी मेें भी भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होंने बताया कि नया रायपुर में कार्य के लिए अंबिकापुर खाद वितरक से 50 किलोग्राम प्रति बैग 439 रूपये में खरीदा गया है जबकि उक्त विक्रेता से संपर्क करने पर उसने 50 किलोग्राम खाद प्रति बैग को 250 रूपये बताया है। इस तरह खाद खरीदी में भी भारी भ्रष्टाचार हुआ है। श्री अग्रवाल ने कहा कि इन तमाम भ्रष्टाचारों में उनके पास जो दो तालाबों से संबंधित आईटी से दस्तावेज प्राप्त हुए है उसके अनुसार 3 करोड़ 60 लाख रूपये का भ्रष्टाचार हुआ है।

खाद खरीदी मेें भी भ्रष्टाचार किया गया है

वहीं अन्य दो तालाब क्रमांक-1 व 2 में हुए भ्रष्टाचार को देखे तो करीब 8 करोड़ से अधिक का भ्रष्टाचार 4 तालाबों की खुदाई के दौरान हुए है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर ईओडब्ल्यू और प्रधान सचिव वन विभाग से भी लिखित शिकायत हमने कर दी है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में संबंधित जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही नहीं होगी तो वे मामले को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।
रिश्वत के ऑफर को ठुकराया: श्री अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में उनके पास एक बड़े नेता का फोन भी आया था, जिसने मुझे पैसों का ऑफर देते हुए मामले को भुल जाने की सलाह दी। श्री अग्रवाल ने कहा कि इस ऑफर मैंने ठुकरा दिया और इस मामले की शिकायत ईओडब्ल्यू और प्रमुख सचिव वन विभाग से की। फोन करने वाले नेता के नाम का खुलासा करने के प्रश्र पर उन्होंने कहा कि अभी यह सही वक्त नहीं है। जरूरत पडऩे पर वे न्यायालय में उनके नाम का खुलासा कर सकते है।
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