
रायपुर : वालमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे और खुदरा कारोबार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के विरोध में अपने आंदोलन को तेज करते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आगामी 28 सितंबर को भारत व्यापार बंद का आह्वान किया है। बंद को स्वदेशी जागरण मंच, एफएमसीजी, सराफा एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स सहित 96 संगठनों ने समर्थन दिया है।
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कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर परवानी ने कहा कि देश के सभी छोटे एवं बड़े बाजार 28 सितंबर को पूर्ण रूप से बंद रहेंगे और कोई कारोबार नहीं होगा।
इसे देश भर के करीब सात करोड़ छोटे व्यापारी इस बंद में शामिल होंगे।श्री परवानी ने बताया कि भारत बंद के लिए स्वदेशी जागरण मंच ने अपना समर्थन दिया है। यह विरोध वालमार्ट फ्लिपकार्ट डील के विरोध में किया जा रहा है।
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कैट के बैनर तले एक जुट होकर विरोध जता रहे व्यापारियों का कहना है कि देश के व्यापारी दुनिया के बड़े देशों में मंदी के बाद भी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाये हुए हैं।
लेकिन ऑनलाइन डील की वजह से रिटेल कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हो जाएगा तथा रिटेल कारोबार चौपट होने के साथ ही बेरोजगारी भी बढ़ेगी। इस विषय पर सरकार को फिर से सोचना चाहिए।
ऑनलाइन व्यापार में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रवेश से देश में करोड़ों लघु उद्योग, खुदरा व्यापारियों के लिए रोजगार का संकट उत्पन्ना हो जाएगा। कैट ने सरकार से इस डील को रद्द कर ई-कॉमर्स के लिए जल्द ही नीति बनाने की मांग की है। वहीं ई कॉमर्स की देख रेख के लिए एक रेगुलेटरी अथॉरीटी भी बनाई जाए। वालमार्ट से देश के 35 करोड़ व प्रदेश के 30 लाख परिवार बेरोजगार हो जाएंगे जिससे देश के सालाना 42 लाख करोड़ रुपये का रिटेल कारोबार वाली अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी।
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