छत्तीसगढ़बड़ी खबरेंरायपुर

रायपुर : सत्ता के लिए समझौता मेरे स्वभाव में नहीं : टीएस

रायपुर : मानवजनित किसी भी उपकरण को प्रभावित करने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता, यह वैश्विक मत है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हमारा तंत्र इतना कमजोर हो चुका है। मुझे पूरा विश्वास है कि विधानसभा चुनाव का स्वस्थ परिणाम सामने आएगा। उक्त बातें नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने आज राजीव भवन में एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कही। श्री सिंहदेव ने ईवीएम में छेडख़ानी और चुनाव परिणाम प्रभावित करने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि यह वैश्विक मत है कि मानव द्वारा बनाए गए किसी भी उपकरण, यंत्र को प्रभावित किया जा सकता है यह असंभव नहीं है। लेकिन इसका तात्पर्य यह भी नहीं है कि हमारा तंत्र इतना कमजोर हो गया है कि इसे प्रभावित किया जा सके।

ये खबर भी पढ़ें – रायपुर : मिशन 65 लक्ष्य प्राप्त कर चौथी बार भाजपा बनाएगी सरकार – कौशिक

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कई रोचक बातें सामने आई हैं। रायपुर के कुछ बूथों के अलावा राज्य के अन्य स्थानों में ईवीएम के खराब होने के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उनके स्वयं के निर्वाचन क्षेत्र के कुछ बूथों पर जहां से आज तक कांग्रेस को लीड मिलती आई है, ऐसे बूथों पर भी ईवीएम के खराब होने की जानकारी उन तक पहुंची है। वे स्वयं भी कई बूथों पर गए जहां से जनता का उन्हें भरपूर समर्थन मिलता है, ऐसे स्थानों पर भी ईवीएम मशीनें खराब होती रहीं। श्री सिंहदेव ने कहा कि इसका मतलब यह भी नही है कि ऐसा जानबूझकर किया गया हो। उन्होंने कहा कि जनता का समर्थन और विश्वास जो उन्हें हासिल है, उसे कोई नहीं छीन सकता।

श्री सिंहदेव ने कहा कि अब तक उन्होंने और कांग्रेस पार्टी ने अपने कर्तव्यों का जिम्मेदारियों का बेहतर ढंग से निर्वहन किया है, आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम स्वस्थ आएगा, इस बात का उन्हें पूरा यकीन है। सरकार बचाने के लिए प्रशासनिक अफसरों के एजेंट के रूप में काम करने के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए श्री सिंहदेव ने कहा कि यह पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि कोई भी सीडी अथवा स्टिंग ऑपरेशन कांग्रेस के चुनाव परिणाम को प्रभावित नहीं कर सकता।

समझौता नहीं कर सकता :

एक सवाल का जवाब देते हुए श्री सिंहदेव ने कहा कि जोगी जी के शासनकाल में उन्हें वित्त आयोग की जिम्मेदारी दी गई थी। उसके बाद में जोगी जी के साथ जो संबंध बनते अथवा बिगड़ते चले गए। जोगी जी को जो सपोर्ट भाजपा ने जाति के मामले में दिया, यह सर्वविदित है। इसके बाद अंतागढ़ मामला सामने आया। इन मुद्दों के बाद मेरी ये राय है कि राजनीति में सब चलता है, ये मैं नहीं मानता। सत्ता के लिए समझौता करने वाले लोगों में मैं शामिल नहीं हूं। जोगी जी के सााि मिलकर सरकार बनानी पड़े तो इससे अच्छा होगा कि मैं अपने आप को इन सबसे अलग कर लूंगा। भावी विधायकों के खरीद-फरोख्त अथवा पार्टी बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिन्हें कांग्रेस से जाना था, वो चले गए हैं, अब कोई और जाएगा इस बात की संभावना उन्हें नजर नहीं आती।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button