जिनेवा: करॉना वायरस विश्व के लिए बेहद गंभीर खतरा:डब्ल्यूएचओ

जिनेवा,(Fourth Eye News) चीन में करॉना वायरस के चपेट में अब तक 1000 से अधिक लोगों को मौत हो चुकी है वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) अध्यक्ष ने मंगलवार को करॉना को विश्व के लिए बेहद गंभीर खतरा करार दिया है। डब्ल्यूएचओ अध्यक्ष टेडरोस अधनोम घेबरेसुस ने जिनेवा में करॉना वायरस संकट के विषय पर आयोजित एक सम्मेलन में अपने विचार रखते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा, चीन में इसके 99 प्रतिशत मामले पाए गए हैं इसलिए उस देश के लिए यह आपदा है लेकिन शेष विश्व के लिए भी यह बहुत बड़ा खतरा है। दो दिवसीय सम्मेलन में वैज्ञानिक इस वायरस के फैलने और इसका संभावित टीका विकसित करने पर विचार करेंगे। टेडरोस ने कहा, सबसे जरूरी यह है कि इस वायरस को फैलने से रोका जाए और जिंदगियां बचाई जाएं। आपके सहयोग से हम यह मिलकर कर सकते हैं।
पहली बार, चीन में 31 दिसंबर को सबसे पहले इस वायरस की पहचान हुई थी। तब से इससे 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, 42,000 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं और यह 25 देशों में फैल चुका है। वायरस में भाग लेने वाले वैज्ञानिक इस विषाणु की उत्पत्ति पर भी विमर्श करेंगे। माना जा रहा है कि वायरस की उत्पत्ति चमगादड़ों में हुई होगी और यह मनुष्य में सांपों और पैंगोलिन जैसे जीवों के जरिए फैला होगा। ऑस्ट्रेलिया, चीन, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका की कई कंपनियां और संस्थान करॉना वायरस का टीका विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं।
उधर, चीन के शान्सी प्रांत में करॉना वायरस से पीडि़त 33 वर्षीय एक महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है। बच्ची का वजन 2,730 ग्राम है। महिला 37 सप्ताह की गर्भवती थी। प्रांतीय रोग एवं रोकथाम नियंत्रण केंद्र के अनुसार बच्ची स्वस्थ है और उसकी अच्छी तरह देखभाल की जा रही है। अगले कुछ दिनों में उसकी फिर जांच की जाएगी। इससे पहले 30 घंटे की बच्ची को करॉना से पीडि़त पाया गया था। माना जा रहा था कि उसे मां से यह संक्रमण मिला होगा जो खुद करॉना से पीडि़त थी।