सांत्वना के घोड़े पर सवार जोगी, बिगाड़ेंगे भाजपा-कांग्रेस का समीकरण ?

रायपुर: दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती अजीत जोगी की तबियत में अब लगातार सुधार आ रहा है, उम्मीद है कि वे जल्द ही स्वस्थ होकर, एक बार फिर छत्तीसगढ़ की राजनीति में सक्रीय भूमिका निभाएंगे, लेकिन उनकी खराब तबियत ने जहां पूरे छत्तीसगढ़ के लोगों को चिंता में डाल दिया है, वहीं दूसरी तरफ सियासी पंडित अब उनकी इस, खराब तबियत को, सियासी नफा नुकसान से जोड़कर देखने लगे हैं, अनुमान लगाया जा रहा है कि चुनाव से पहले जोगी जिस तरह से बीमार हुए हैं, उससे लोगों की संत्वनाएं लगातार उनको मिल रही हैं, यही नहीं अनुमान लगाया जा रहा है कि उनकी तबियत खराब होने के बाद वे भाजपा और कांग्रेस दोनों की ही वोट बैंक में सैंध लगा सकते हैं.
अजीत जोगी का वक्त और हालात बदले पर ये ढाल हमेशा उन्हें मौत के मुंह से खींच लाती है
याद करिये साल 2004 का महासमुंद चुनाव
आपको याद होगा साल दो हजार चार का वो लोकसभा चुनाव, जब अजीत जोगी चुनाव प्रचार पर निकले थे और रास्ते में उनकी कार दुर्घटना ग्रस्त हो गई थी, उस वक्त अजीत जोगी मुंबई के अस्पताल में भर्ती थे, उनकी हालत बेहद खराब थी, हालांकि उस वक्त भी उनके सामने विद्याचरण शुक्ल जैसे धुरंधर राजनेता थे, जो उस वक्त बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन जोगी की कार दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद महासमुंद जिले में ऐसी सांत्वना लहर फैली, कि जोगी बिना प्रचार किये ही आसानी से, ये चुनाव जीत गए थे.
ये वीडियो भी देखें
https://www.youtube.com/watch?v=yBKqyT6d2Sg&t=55s