नईदिल्ली : नहीं पेश हो सका मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
नई दिल्ली : तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) सांसदों के भारी शोर-शराबे के चलते लोकसभा को मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने हंगामे के चलते अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस स्वीकारने से मना कर दिया. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि संसद सत्र शुरू होने के साथ ही हंगामा शुरू हो गया था. जब तक हंगामा शांत नहीं होता तब तक चर्चा कैसे हो सकती है. इससे पहले टीडीपी के सांसद लोकसभा की बेल में आकर वी वान्ट जस्टिस के नारे लगाने लगे.राज्यसभा में भी गतिरोध जारी
वहीं दूसरी ओर आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग सहित विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक सोमवार (19 मार्च) को शुरू होने के कुछ ही देर बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. उच्च सदन में सोमवार को भी शून्यकाल और प्रश्नकाल हंगामे की भेंट चढ़ गए. संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में अब तक उच्च सदन में एक भी दिन प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो पाए हैं और न ही कोई कामकाज हो पाया है.
सिर्फ आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर करीब एक घंटे तक महिलाओं के मुद्दों पर चर्चा हुई थी. सोमवार को उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. इसके बाद उन्होंने शून्यकाल शुरू करते हुए मनोनीत सदस्य के टी एस तुलसी का नाम पुकारा. तुलसी सदन में मौजूद नहीं थे. तब नायडू ने कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा को लोक महत्व से जुड़ा उनका मुद्दा उठाने की अनुमति दी. बाजवा ने अपना मुद्दा उठाना शुरू किया लेकिन इसी बीच अन्नाद्रमुक, द्रमुक, तेदेपा आदि के सदस्य आसन के समक्ष आ गए.