रायपुर, सतनामी समाज के मुखिया गुरू बालदास की मौजूदगी में एक अहम बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें समाज में बिखराव को रोकने के साथ ही गुरू घासीदास के दिखाए रास्ते पर कैसे समाज को आगे बढ़ाया जाए, इसपर चर्चा की गई ।
विभाजित समाज को एक करना उद्देश्य
इस मौके पर समाज के मुखिया गुरू बालदास ने फोर्थ आई न्यूज से बात करते हुए बताया, कि कई छोटे बड़े संगठन होने के वजह से सतनामी समाज विभाजित नजर आता है, इसकी शक्तियां विभाजित हो चुकी है। समाज में सर्वमान्य नेतृत्व की कमी होने के करण समाज में बिखराव कि स्थिति बना है, जिसे एकीकृत करने के लिए कोर कमेटी के सदस्यों का चुनाव इस बैठक में किया गया है ।
सत्ता की चाबी है सतनामी समाज – गुरू बालदास
गुरूओं के राजनीति में आने के बार में भी गुरू बालदास ने कहा कि समाज का उत्थान बगैर राजनीतिक भागीदारी के नहीं हो सकता, इस पर सतनामी समाज ने काम करना शुरू कर दिया है जिसका परिणाम आप सभी के समक्ष है । उन्होने ये भी कहा कि छत्तीसगढ़ में सत्ता की चाबी सतनामी समाज के पास ही रहेगी, कोई भी पार्टी बिना सतनामी समाज के सरकार नहीं बना सकती फिर चाहे वो साल 2018 की कांग्रेस सरकार हो या फिर मौजूदा भाजपा सरकार ।
बलौदा बाजार हिंसा उपद्रवियों ने की – गुरू बालदास.
बलौदार बाजार हिंसा मामले में गुरू बालदास ने फोर्थ आई न्यूज को बताया कि बलौदा बाजार हिंसा में सतनामी समाज का हाथ नहीं है, इस मामले में उपद्रवियों ने शामिल होकर पूरी घटना को अंजाम दिया, इसके साथ ही उन्होने कहा कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नहीं फंसाया जा रहा है, साथ ही जो उपद्रवी है उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए और उनके खिलाफ जरूर कार्रवाई होनी चाहिए ।
बिना मुखिया के कोई भी सामाजिक कार्यक्रम नहीं होना चाहिए – गुरू बालदास
बलौदा बाजार हिंसा जैसी पुनरावृत्ति न हो इसके लिए गुरू बालदास ने कहा कि बिना मुखिया के कोई कार्यक्रम नहीं होना चाहिए, लेकिन अब इस तरह की घटना नहीं दोहराई जाएगी, क्योंकि अब समाज का मुखिया बन चुका है समाज को हमेशा मार्ग दिखाया जाता रहेगा ।
समाज को आंदोलन की जरूरत नहीं – गुरू बालदास
सतनामी समाज के मुखिया गुरू बालदास ने कहा कि मौजूदा वक्त में समाज को किसी भी प्रकार के आंदोलन की जरूरत नहीं है आज सरकार हमारी हर मामले में मदद कर रही है और समाज के जितने भी मुद्दे होंगे उनको सरकार के साथ मिलकर निपटाएंगे ।