
रायपुर। प्रदेशभर में भारी बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो गया है। सबसे ज्यादा असर निचले इलाकों में पड़ा है। राजधानी रायपुर में भी यही हाल है। कलेक्टर सौरभ कुमार ने जिले में प्रभावित क्षेत्र में तत्काल राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं। इसी तारतम्य में मंगलवार रात तक
रायपुर की निचली बस्तियों में भरा पानी,150 परिवारों को डुबान क्षेत्र से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया 150 परिवारों को डुबान क्षेत्र से निकालकर सोमवारी बाजार शेड, दुकान, सोमवारी बाजार स्कूल, मंडी प्रांगण, संगवारी भवन में ठहराया गया था।
आवश्यकता पड़ने पर हरिहर स्कूल में ठहराने के लिए स्कूल के कमरों में व्यवस्था है।
बता दें कि नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा क्षेत्र अंतर्गत भारी बारिश की संभावना को देखते हुए राहत कार्य किया गया। साथ ही सिकासेर बांध से पानी छोड़े जाने के कारण आम नागरिकों को होने वाली संभावित जानमाल की हानि से बचाव और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को खाली कराए जाने के लिए नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा ने सघन मुनादी करवाई। नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा की ओर से एडवाइजरी जारी कर आम नागरिकों को अनावश्यक रूप से नदी, नदी तटबंध, पुल एवं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने से मना किया गया। नदी, पुल में फोटोग्राफी, विडियोग्राफी, सेल्फी लेने एवं तैराकी करने से मना किया गया।
नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा के वार्ड क्रमांक 15 के देवार पारा के बाढ़ प्रभावित 80 परिवारों को नगर के सोमवारी बाजार में निर्मित शेड में व्यवस्थापित किया गया। इसी तरह वार्ड 16 के बाढ़ प्रभावित परिवारों को शासकीय प्राथमिक शाला, सोमवारी बाजार एवं कृषि उपज मंडी नवापारा में व्यवस्थापित किया गया है। जो परिवार अपने रिश्तेदार के यहां रूकना चाहते थे उसके सामान को संबंधित रिश्तेदारों के यहां छोड़ा गया। वार्ड 17 में व्यवस्थापन की संभावित स्थिति को देखते संगवारी भवन को आरक्षित किया गया है। उक्त सभी स्थलों में नगर पालिका ने बिजली, पानी एवं अन्य आवश्यक व्यवस्था किया की है। नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा के राजस्व विभाग, जल विभाग, विद्युत विभाग एवं स्वच्छता विभाग के समस्त अधिकारियों/ कर्मचारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन के लिए स्टैण्ड बाय में रखा गया है। इससे आम नागरिकों को होने वाली जानमाल की हानि से बचाव किया जा सके।