घरों में बंद नहीं रह सकतीं लड़कियां: डायना खान
अपनी आगामी फिल्म कबड्डी में एक कबड्डी चैम्पियन के रूप में नजर आने वाली अभिनेत्री डायना खान का कहना है कि खेल पर आधारित फिल्म एक नवोदित कलाकार के लिए दोधारी तलवार की तरह होती है। यह फिल्म खेल के जरिए महिला सशक्तिकरण के महत्व पर जोर देती है। इस फिल्म की कहानी राजस्थान पर आधारित है, जहां कन्या भ्रूण हत्या की समस्या बड़े पैमाने पर है।
डायना के अनुसार, फिल्म में नायिका ग्रामीण क्षेत्रों की कई युवा लड़कियों को उनके सपनों को उड़ान देने के लिए प्रेरित करती है। डायना ने कहा, यह फिल्म इस तथ्य पर आधारित है कि लड़कियां घर में बंद नहीं रखी जा सकती हैं और उन्हें भी लडक़ों की तरह सफलता हासिल करने के मौके मिलने चाहिए क्योंकि हम समान हैं।
डायना ने यह भी कहा, कई परिवार अपनी बेटियों का समर्थन कर रहे हैं और यह एक सकारात्मक विकास है लेकिन प्रतिगामी पितृसत्तात्मक व्यवस्था हमेशा इनके पंखों को कतरने की कोशिश में रहती है।
इस फिल्म के लिए डायना कड़ी मेहनत कर रही हैं। उन्हें कबड्डी का खेल भी पसंद आने लगा है। इस फिल्म की कहानी वसुंधरा नाम की एक लडक़ी के इर्द-गिर्द घूमती है। उसके माता-पिता जन्म के बाद ही एक मैदान पर छोड़ देते हैं क्योंकि उसकी दादी का मानना है कि लड़कियां बोझ होती हैं। एक जोड़ा फिर उस बच्ची को अपनी बच्ची की तरह पालता है। उसे एक कबड्डी खिलाड़ी बनाता है और वह राष्ट्रीय स्तर की चैम्पियन बनती है।
डायना को इससे पहले, सनी देओल की फिल्म घायल वन्स अगेन में देखा जा चुका है। एस.पी. निम्बावत द्वारा निर्देशित फिल्म कबड्डी अगले साल 5 जनवरी को रिलीज होगी।