मुख्यमंत्री ने किया वृहद पौधरोपण अभियान ‘‘अंकुर‘‘ का शुभारंभ

मुख्यमंत्री ने सात वर्षीय कोपल और ऋतिक से किया संवाद लोगों से की अंकुर अभियान से जुड़ने और अधिक से अधिक संख्या में पौधरोपण करने की अपील
विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेशव्यापी वृहद पौधरोपण अभियान “अंकुर“ का शुभारंभ किया गया। उन्होंने पौधारोपण करने वाले व्यक्तियों से वर्चुअली संवाद भी किया। रायसेन में कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा, सहायक संचालक उद्यानिकी तोमर सहित पौधारोपण करने वाले व्यक्ति उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने पौधरोपण करने वाली रायसेन के देवनगर निवासी सात वर्षीय कोपल श्रीवास्तव से संवाद करते हुए पूछा कि उन्होंने कौन सा पेड़ लगाया है और पेड़ लगाने की प्रेरणा कहा से मिली। कोपल ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसने नीम का पौधा लगाया है और मम्मी-पापा ने पेड़ लगाने के लिये कहा। इस पर मुख्यमंत्री ने कोपल के साथ-साथ उनके माता-पिता की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों को शुरू से ही प्रकृति का महत्व बताते हुए पेड़ लगाने की प्रेरणा दी है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटी कोपल अंकुर अभियान की ब्रांड अम्बेसेडर बनेंगी। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा गैरतगंज तहसील के हरदौट निवासी ऋतिक धाकड़ से भी संवाद किया। मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए ऋतिक ने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान से संवाद में रायसेन से रितिक ने बताया कि आपके ट्विटर अकाउंट के माध्यम से पेड़ लगाने के आग्रह की जानकारी मिली और उसके बाद 22 मई को ही पौधरोपण किया।
मुख्यमंत्री द्वारा पूछे जाने पर कि पौधरोपण करने पर कैसा महसूस हुआ, तो ऋतिक ने बताया कि पौधरोपण करते समय उन्हें बहुत अच्छी अनुभूति हुई। यदि सभी लोग पौधरोपण कर उनकी देखभाल करें तो धरती हमेशा हरी-भरी रहेगी और वातावरण भी संतुलित रहेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने अपने संबोधन ने कहा कि प्रकृति का दोहन करना है शोषण नहीं।
दोनों में बहुत अंतर है, प्रकृति से इतना ही लेना है कि जितना वो फिर से भरपाई कर ले। बचपन से हमे सिखाया गया है कि हम प्रकृति का सम्मान करें। हमें पर्यावरण संतुलित करना है तो पेड़ लगाने होंगे, नदियों को बचाना होगा। उन्होंने कहा कि मैंने रोज एक पेड़ लगाने का निश्चय किया है। पौधा लगाते समय मैं महसूस करता हूँ कि मैं जीवन रोप रहा हूँ। पेड़ स्थाई ऑक्सीजन के प्लांट हैं। एक वृक्ष लाखों जीव जंतुओं को जीवन देता है। पेड़ हमें शांति का अनुभव देते हैं, हमें आने वाली पीढ़ी के लिये पेड़ लगाने होंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने सभी से आह्वान करते हुए कहा कि वर्ष में एक पेड़ अवश्य लगाएं और उसका संरक्षण करें। जन्मदिन आदि शुभ अवसरों पर एक पेड़ लगा सकते हैं। पेड़ लगाकर स्मृति करने से अच्छा और क्या तरीका क्या हो सकता है। अंकुर कार्यक्रम हमने इसी उद्देश्य से शुरू किया है। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में अंकुर अभियान से जुड़ने और पौधे लगाने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिभागियों का जिले वार चयन कर वृक्ष वीरों और वीरांगनाओं को सम्मानित किया जाएगा। राज्य में अब बिल्डिंग परमिशन के साथ पेड़ पौधे लगाने की अनिवार्यता कर दी जाएगी। गाँव पंचायतों में भी घर बनवाते समय एक पेड़ अवश्य लगाया जाएगा।