नेपाल की आग, भारत तक लपटें! बॉर्डर पर हाई अलर्ट, चौकसी चरम पर

नेपाल में सियासी बवाल अब आग का रूप ले चुका है। कर्फ्यू के बावजूद वहां हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। उधर, भारत की सीमाएं भी इस उथल-पुथल से अछूती नहीं रहीं। नेपाल की आग अब भारतीय सरहदों को भी तपाने लगी है।
भारत-नेपाल बॉर्डर पर हाई अलर्ट!
केंद्र सरकार की एजेंसियों ने साफ चेतावनी दी है — नेपाल की अस्थिरता का फायदा उठाकर भारत में अराजक तत्व गड़बड़ी फैला सकते हैं। खुफिया इनपुट्स में साफ कहा गया है कि असामाजिक लोग बॉर्डर पार कर हिंसा और तोड़फोड़ की कोशिश कर सकते हैं।
इसी खतरे को भांपते हुए उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में सीमा पर सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई है। उत्तराखंड के चंपावत और पिथौरागढ़ में फोर्सेस चौकसी पर हैं। वहीं, बिहार के मधुबानी में एसएसबी और लोकल पुलिस 24 घंटे अलर्ट पर है।
बॉर्डर पार करना अब आसान नहीं
सभी सीमाई थानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। आईडी वेरिफिकेशन और सख्त चेकिंग जारी है। पुलिस अधिकारी खुले शब्दों में कह रहे हैं कि कोई भी संदिग्ध तत्व भारत में दाखिल नहीं हो सकेगा।
7 बॉर्डर जिलों में UP की ‘चौकसी रणनीति’
उत्तर प्रदेश के सात बॉर्डर ज़िलों—पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज—में सिक्योरिटी टाइट कर दी गई है। 73 चेकपॉइंट्स को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस और BSF की जॉइंट पेट्रोलिंग चल रही है।
दार्जिलिंग से लेकर महेंद्रनगर तक सख्ती
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में पानीटांकी बॉर्डर पर भी तनावपूर्ण माहौल है। यहां 24 घंटे सर्विलांस चल रहा है। नेपाल की ओर महेंद्रनगर में कर्फ्यू ने चिंता और बढ़ा दी है। कई भारतीय नागरिक अब भी नेपाल में फंसे हुए हैं।
नतीजा? बॉर्डर तो साथ जोड़ते हैं, लेकिन खतरे भी साथ लाते हैं।