जूनियर जोगी के नेतृत्व में जेसिसीजे की जन अधिकार यात्रा, क्या 2023 में इससे बनेगी बात ?
वर्तमान में ऐसा है छत्तीसगढ़ विधानसभा का सीट गणित

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को अब सिर्फ एक साल का समय रह गया है। इसके पहले ही राजनैतिक दलों ने मैदान में उतरना शुरू कर दिया है। फिलहाल कांग्रेस और बीजेपी ही आरोप-प्रत्यारोप और प्रदेश के समसामयिक मुद्दों के साथ ज़मीन पर नज़र आ रहे थे, मगर अब छत्तीसगढ़ की एकमात्र प्रादेशिक पार्टी जनता जोगी कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने भी हुंकार भर दी है। जेसिसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी के नेतृत्व में मल्हार से जन अधिकार पदयात्रा की शुरुआत हुई है। मल्हार से माँ ड़ींडेश्वरी की पूजा अर्चना कर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने इस पदयात्रा का शंखनाद किया। इस दौरान बिलासपुर जिले के मस्तूरी विधानसभा में हुए उनके सम्बोधन में जनसैलाब भी उमड़ा।
अमित जोगी ने केंद्र और राज्य में सत्तासीन दोनो राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को घेरते हुए कहा कि 19 साल में चेहरा बदला पर चरित्र वही है, रमन सिंह की जगह भूपेश बघेल मुख्यमंत्री हैं पर जिस तरह 15 साल तक भाजपा ने छत्तीसगढ की जनता के साथ धोखा किया और लूटा अब कांग्रेस ने भी चार साल में जनता के साथ वादाखिलाफी किया है। ऐसा कोई सगा नहीं है जिसको इन्होंने ठगा नहीं। अमित जोगी ने आगे कहा कि पहले मीठ लबरा दारू वाले बाबा ने प्रदेश की जनता को छलने का काम किया अब ठगेश कका ठगने का काम कर रहे है। चार साल में कांग्रेस ने एक भी वादा पूरा नहीं किया, धान खरीदी के नाम में नकली खाद बीज, बारदाना में लूट किया, कमीशनखोरी के रिकार्ड तोड दिए,रिश्वत खोरी चरम पर है, बेरोजगारी, महंगाई, महिला अपराध में बढ़ोतरी हुई है, शराबबंदी के नाम पर धोखा, बेरोजगारी भत्ता के नाम पर धोखा, बुजुर्गो की सामाजिक पेंशन राशि में नहीं किया बढ़ोतरी, बिजली बिल में हाफ के नाम पर धोखा दिया है।
अमित जोगी इस दौरान भावुक भी हुए और कहा कि जो लोग यह सोच रहे है कि मेरे पिता अजीत जोगी के मरने के बाद जोगी पार्टी खत्म हो गई है वे लोग यह मत भूलें कि जोगी अभी भी जिंदा है जोगी पार्टी अपने दम पर चुनाव लडेगी और स्व अजीत जोगी के सपने को पूरा करेगी। वहीं पत्नी ऋचा जोगी के विरुद्ध हुए अपराध पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए अमित जोगी ने कहा ऋचा जोगी कोई अपराधी नहीं पर उनका एक ही अपराध है की वह स्व अजीत जोगी की बहु हैं इसलिए उसके खिलाफ एफ आई आर की गई और उन्हें झूठ में फंसाया गया है।
आपको बता दें कि साल 2016 में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी द्वारा स्थापित जेसिसीजे अपनी स्थापना के बाद से अभी तक छग में कुछ ख़ास कमाल नहीं कर पाई है। पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी 2018 के सितंबर में जेसिसीजे ने स्व अजित जोगी के नेतृत्व में बसपा के साथ गठबंधन किया था। इस चुनाव में प्रदेश की 90 में से 35 सीटों पर बसपा और 55 सीटों पर गठबंधन में अजीत जोगी की पार्टी ने चुनाव लड़ा। दोनों के गठबंधन को सात सीटें मिली थीं, जिनमें दो बसपा की थीं। इसके बाद लोकसभा चुनाव में सभी 11 सीटों पर बसपा ने अकेले चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली। छत्तीगसढ़ विधानसभा को देखें तो वर्तमान में जेसीसीजे के पास महज़ तीन सीटें ही हैं। कोटा से रेणु जोगी, लोरमी से धर्मजीत सिंह जो कि अब पार्टी से निष्कासित हो चुके हैं वहीं बलोदावाज़ार से प्रमोद कुमार शर्मा इनके विधायक हैं।