छत्तीसगढ़महासमुंद

महासमुंद : 2 साल बाद भी नहीं मिली मनरेगा की मजदूरी

महासमुंद : मनरेगा की मजदूरी और शौचालय की प्रोत्साहन राशि भुगतान की मांग को लेकर आज पिथौरा ब्लॉक के गोड़मर्रा के करीब 50 से अधिक लोग यहां कलेक्टर जनदर्शन पहुंचे।
रेशम दीवान, महादेव, पंचराम, सदानंद, कंशमति, अमिता बाई का आरोप है कि सरपंच, सचिव द्वारा मिलीभगत कर उनके खातों में जमा कराई गई मनरेगा की मजदूरी फर्जी तरीके से आहरित कर लिया गया है। साल 2015-16 में गांव के करीब 160 से भी अधिक लोगों ने मनरेगा के तहत छोटे तालाब का गहरीकरण किया था जिसकी राशि शासन द्वारा किसानों के डाक घर वाले खातों में जमा कर दी गई है। उक्त राशि सरपंच-सचिव ने बिड्रॉल हस्ताक्षर कराकर निकाल ली है। राशि निकालने की जानकारी खातों का संधारण कराने के लिए पहुंचने पर हुई।

शौचालय की प्रोत्साहन राशि भी अप्राप्त

ग्रामीणों ने बताया कि साल 2016-17 में बनाए गए शौचालय की प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी उनके द्वारा नहीं किया जा रहा है। सरपंच, सचिव से भुगतान की मांग करते हैं तो उनके द्वारा आश्वासन देकर उन्हें बैरंग लौटा दिया जाता है जिससे वे आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान हंै। कंशमति ने बताया कि उन्हें भी विधवा होने के बाद से शासन से मिलने वाली विधवा पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है।

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