662 विकेट लेने वाले मखाय एनटिनी भी हुए हैं रंगभेद का शिकार, अफ्रीकी टीम में कोई उनके साथ खाना तक नहीं खाता था , बेटा के साथ भी ऐसा ही वर्ताव
नईदिल्ली, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज मखाया एनटिनी अपने करियर में 662 इंटरनेशनल विकेट ले चुके हैं। जिन्होने कहा कि वे भी रंगभेद का शिकार हुए हैं। टीम में वे हमेशा से अकेले ही रहे हैं। कोई साथी खिलाड़ी उनके साथ बैठकर खाना भी नहीं खाता था। आपको बता दें कि 662 इंटरनेशनल विकेट में एनटिनी ने 390 टेस्ट, 266 वनडे और 6 टी-20 विकेट शामिल हैं।
‘टीम की रणनीति में भी नहीं किया जाता था शामिल
एनटिनी ने कहा, ‘‘मैं हमेशा अकेला ही रहा हूं। जब मैं ब्रैकफास्ट रूम में जाता था, तब भी कोई मेरे साथ नहीं बैठता था। खाना खाने के लिए भी मुझे कोई बुलाने नहीं आता था। अकेले ही खाना खाता था। साथी खिलाड़ी मैच की रणनीति बनाने में भी मुझे शामिल नहीं करते थे। आपको बता दें कि एनटिनी अपने दौर में शॉन पोलाक, जैक कैलिस, लांस क्लूसनर और मार्क बाउचर जैसे बड़े खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर कर चुके हैं।
‘मेरा बेटा थांडो भी नस्लवाद का शिकार है’
एनटिनी ने कहा, ‘‘मेरा बेटा थांडो भी नस्लवाद का शिकार हुआ है और उसने भी अकेलापन महसूस किया। जब वह अंडर-19 वर्ल्ड कप में खेला, तो उसे कैंप में जाने से रोक दिया गया था।’’ 20 साल के थांडो ने अब तक नेशनल टीम में डेब्यू नहीं किया है। थांडो ने 7 फर्स्ट क्लास मैच में 20 विकेट लिए हैं।