रायपुर : वन मंत्री महेश गागड़ा ने कहा है कि राज्य की वन सम्पदा के संरक्षण और संवर्धन में वन विभाग के मैदानी अधिकारी और कर्मचारी पूरी गंभीरता और मेहनत के साथ अपना योगदान दे रहे हैं। उनकी व्यावहारिक समस्याओं पर राज्य सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ विचार कर रही है। गागड़ा ने कहा – इस संबंध में विचार-विमर्श कर जल्द उनकी समस्याओं का समुचित निराकरण किया जाएगा। गागड़ा आज बीजापुर जिले के तहसील मुख्यालय भैरमगढ़ में आयोजित वन कर्मचारियों के सम्मेलन और नववर्ष मिलन समारोह ’कलरव 2018’ को मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने विभागीय कर्मचारियों और अधिकारियों को नए साल की बधाई और शुभकामनाएं दी। सम्मेलन का आयोजन छत्तीसगढ़ वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ के जगदलपुर वृत्त द्वारा किया गया। सम्मेलन में बीजापुर के डीएफओ एन. गुरूनाथन, इन्द्रावती टायगर रिजर्व के निदेशक एम.के.चौधरी,सहित पूरे राज्य से आए लगभग 500 लिपिक स्तरीय कर्मचारी उपस्थित थे। इस अवसर पर वन कर्मचारी संघ के प्रान्ताध्यक्ष वीरेन्द्र नाग ने गागड़ा को लिपिक स्तरीय कर्मचारियों की ओर से 5सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। कलरव 2018 के इस सम्मेलन सह नव वर्ष मिलन कार्यक्रम के सफलता पूर्वक आयोजन में जगदलपुर वनवृत्त के बस्तर, सुकमा, दन्तेवाड़ा, बीजापुर, इन्द्रावती टाईगर रिजर्व के लिपिकों खासकर महिला कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा। जगदलपुर वनवृत्त प्रभारी डी.के.दानी, उप प्रान्ताध्यक्ष अभय देवांगन,बीजापुर प्रभारी करणसिंह मशराम, शेख करीमुद्दीन, के.पी.उपाध्याय सहित लिपिकों ने वन मंत्री गागड़ा के प्रति आभार व्यक्त किया है।
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