बॉलीवुड

बोर हो गया तो नॉर्मल रोल भी कर लूंगा: मोहित रैना

मोहित रैना टेलिविजन इंडस्ट्री का जाना-पहचाना नाम है। वैसे तो मोहित ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत अंतरिक्ष शो से की थी लेकिन वह खुद मानते हैं कि महादेव के किरदार ने उनके करियर को एक नई दिशा दी है। मोहित ने टेलिविजन पर ज्यादातर पौराणिक किरदार ही निभाए हैं। अब वह सारागढ़ी की कहानी में सिख सैनिक के किरदार को जीवंत करते नजर आने वाले हैं। मोहित से हुए बातचीत के अंश
इस शो की कहानी में ऐसी क्या खासियत नजर आई, जिस वजह से आपने हां की?
यह कहानी ही ऐसी है कि आप इसे इनकार नहीं कर सकते हैं। मुझे इस कहानी में बहुत दिलचस्पी है। मैं खुद इसे लंबे समय से पढ़ रहा था। बैटल ऑफ सारागढ़ी किताब मैं पढक़र बहुत ही चकित हो गया था। मुझे हमेशा से ऐसी लोगों की कहानियां अच्छी लगती थीं जो कभी लाइम लाइट में नहीं रहे। यह एक ऐसे इंसान की कहानी है जो कभी आम लोगों तक नहीं पहुंच पाई है। कैसे इन 21 सरदारों ने मिलकर लड़ाई की और इसपर विजयी हुए। यह अपने आप में एक कहानी है। ऐसे जाबांज बहुत ही कम होते हैं जो इतना बड़ा रिस्क लेते हैं। लड़ाई के वक्त उन्हें क्या परेशानियां हुई होंगी? वे किस तरह की परिस्थितियों में रहे? यह कहानी जरूर लोगों के सामने आनी चाहिए थी। मैंने इसे एक चैलेंज की तरह लिया है। जितनी मेहनत मैंने और हमारी टीम ने की है, मुझे उम्मीद है लोगों को यह पसंद आएगी।
शो को साइन करने से पहले आपको इस लड़ाई की जानकारी थी या आपने साइन करने के बाद इस पर रिसर्च करना शुरू किया?
हां, मुझे पूरी तरह से उस कहानी का आइडिया था। आज से दो साल पहले मैंने उस कहानी के बारे में सुना था। पिछले डेढ़ साल से इस पर काम करना शुरू किया। जब मुझे पता चला कि इस पर कोई कहानी बन रही है, तो मुझे बेहद खुशी हुई। मजेदार बात यह है कि मुझे किसी ने कॉल कर इस प्रॉजेक्ट के बारे में बस जानकारी दी और पता नहीं मेरे अंदर अपने आप ही ये बात आई कि मैं तो यह शो कर रहा हूं। उस दिन के बाद से मैंने अपनी दाढ़ी बनानी छोड़ दी।
हमारा समाज इतिहास को लेकर काफी संवेदनशील रहा है। इस प्रॉजेक्ट से जुडऩे से पहले कोई हिचक थी मन में?
नहीं, ऐसा खयाल हमारे मन में कभी नहीं आया। हमनें कहानी बैटल ऑफ सारागढ़ी से ली है। जहां कहानी है कि एक आदमी अपने 20 लोगों की फौज के साथ लड़ाई करता है। मुझे नहीं लगता इससे किसी की संवेदनाओं को ठेस पहुंचेगी। यह किसी का विजन है, बहुत ही बेसिक स्टोरी है। यह भारत के जीत की कहानी है। मैं मानता हूं कि कहानी को देखने के बाद हर कोई गौरवान्वित ही महसूस करेगा। हमारी रिसर्च टीम ने लुक, भाषा और कहानी पर बहुत ही गहराई से काम किया है। इस बात का हमने पूरा ध्यान रखा है कि लोगों की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
जैसा आपने बताया फिल्म से आपके शो की तुलना सही नहीं। आपको पता ही होगा रणदीप हुड्डा और अक्षय कुमार दोनों ही इस पर फिल्म कर रहे हैं। आपको किसका लुक पसंद आया है?
मुझे अक्षय सर का लुक पसंद आया है। लुक पसंद आने का मतलब यह होता है कि कैसे आप अपने ऐक्टर से कैरेक्टर में ढलते हैं। मैं जानता हूं कि ऐक्टर की इमेज से निकलकर किरदार बनना बहुत ही मुश्किल होता है। पोस्टर में अक्षय बिलकुल भी अक्षय कुमार नहीं लग रहे हैं।
स्क्रीन पर आपने हमेशा लार्जर देन लाइफ किरदार जैसे महादेव, अशोक और अब सारागढ़ी किए हैं। कोई योजना है या महज संयोग?
यह संयोगवश होता गया, मैं इसे पूर्वनियोजित तो बिल्कुल नहीं कहूंगा। सीमित एपिसोड्स के शोज जो होते हैं, ऐक्टर्स का उनके प्रति खिंचाव ज्यादा होता है। यह बहुत ही छोटा और क्रिएटिवली बेहतर होता है। आपको पता है, कहां से शुरू होगा और कहां खत्म। ऐसे में मेरी यही कोशिश होती है कि मैं कुछ ऐसा करूं, जिसकी कहानी कहां खत्म होगी मुझे पता हो। मैं वह नहीं करना चाहता, जो सब कर रहे हैं।
रोमांटिक हीरो के इमेज से आपको परहेज है?
नहीं, ऐसा नहीं है। रोमांटिक किरदार करने पर कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन कुछ ऐसा न करूं जो सब कर रहे हैं। देखिए हर ऐक्टर की कोशिश होती है कि वह कुछ अलग हटकर करे। मैं चाहता हूं कि अपने दर्शकों और फैंस को कुछ अलग दे सकूं। जिस दिन मैं कुछ अलग करते- करते बोर हो गया तो मैं आम-सीरियल करने के लिए हामी भर दूंगा। अगर रोमांटिक हीरो की इमेज में मुझे कुछ अलग और नया करने को मिले, तो बेशक मैं उसके लिए तैयार हूं। मेरे लिए स्क्रिप्ट और कहानी दमदार होनी चाहिए।
लड़कियों के बीच आपकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। कभी किसी ने परेशान किया?
एक बार की बात है, एक फैन ने मुझे मेसेज किया। मैंने उन्हें जवाब भी दिया, लेकिन हद तब हो गई जब उन्होंने मुझे मैसेज में मेरे ही घर के दरवाजे की तस्वीर भेज दी। दरअसल वह मेरे घर के बाहर खड़ी थीं और मुझसे मिलने की जिद करने लगीं। यह मेरे लिए बहुत हैरान कर देने वाली घटना थी। मैं थोड़ा डर भी गया था।
आपकी खास दोस्त मौनी रॉय ने फिल्म की ओर रुख कर लिया है। आप कब सोच रहे हैं?
मैं खुश हूं मौनी ने यह निर्णय लिया है। वह बेहद ही डिजर्विंग ऐक्ट्रेस हैं। वह बेहद ही करीबी दोस्त हैं, चाहता हूं उन्हें बॉलिवुड में खूब सफलता मिले। रही बात मेरी, जैसा मैंने बताया मेरे लिए स्क्रिप्ट बहुत मायने रखते हैं। अगर स्क्रिप्ट अच्छी लगी तो मैं जरूर बॉलिवुड की सोचूंगा।
 

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