दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर की तरह पंडाल तैयार

छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में इस साल धूमधाम से दुर्गा उत्सव मनाया जा रहा है. नैला दुर्गा उत्सव समिति ने दुर्गा पंडाल को दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर की तरह तैयार किया है. दुर्गा पंडाल की ऊंचाई 110 फीट रखी गई है. नैला दुर्गा पंडाल को छत्तीसगढ़ में सबसे ऊंचा बताया जा रहा है. मुख्य आकर्षण का केंद्र दुर्गा मां के लिए बनाए गए स्वर्ण कमल और चांदी की छत्र है. माता की 35 फीट ऊंची प्रतिमा मिट्टी से तैयार की गई है. दुर्गा मां की प्रतिमा हीरे मोती और रत्नों से जडि़त होगी. नैला दुर्गा उत्सव समिति ने करीब 2 करोड़ रुपए खर्च कर भव्य तैयारी की है।
गौरतलब हो कि कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों से दुर्गा उत्सव फीका था।
दुर्गा उत्सव को भव्य बनाने के लिए करीब 2 करोड़ रुपए खर्च हो रहा है. हमारी समिति 1981 से हर साल दुर्गा उत्सव मनाती है. मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ इस बार भगवान शिव का पूरा परिवार नजर आएगा. गणेश, कार्तिकेय, माता पार्वती और भोलेनाथ की 10-10 फीट ऊंची मूर्ति तैयार की गई है. इसके अलावा डोम वाले पंडाल में आकर्षक लाइटिंग की गई है. राजेश पालीवाल के मुताबिक हर साल खास थीम पर दुर्गा उत्सव मनाया जाता है. इस बार दिल्ली के अक्षरधाम की तर्ज पर स्वागत द्वार बनाया गया है. कोलकाता की बजाय इस बार राज्य के स्थानीय कारीगरों ने प्रतिमा किया है. हालांकि स्वर्णकमल और चांदी की छत्र के लिए बंगाल से कारीगर बुलाए गए हैं।