देशबड़ी खबरेंभोपालमध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश की पहली फुल बॉडी सेनेटाइजेशन मशीन भोपाल में

भोपाल.(Fourth Eye News) भोपाल मध्यप्रदेश का पहला जिला है जिसने अपने कोरोना से जंग के लिए बनाए गए वार रूम को संक्रमण से मुक्त करने के लिए फूल वाड़ी सेनेटाइज मशीन बनाई है।नगर निगम के इंजीनियर ने तो और भी गज़ब कर दिया दो लाख की मशीन को मात्र एक दिन में सिर्फ 30 हजार की लागत में ही तैयार कर दिया।

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के साथ-साथ क अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पूरी तरह सुरक्षित रखने के लिए प्रशासक नगर निगम भोपाल श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव की अभिनव पहल पर कार्य करते हुये आयुक्त नगर निगम भोपाल श्री विजय दत्ता द्वारा मध्यप्रदेश की पहली फुल बॉडी सेनेटाइजेशन मशीन को स्मार्ट सिटी कार्यालय के मुख्य द्वार पर स्थापित किया गया है।

कोरोना वायरस: एक्शन मोड में रायपुर विधायक, राशन दुकानों का लिया जायजा

स्मार्ट सिटी में कार्यरत हर अधिकारी एवं कर्मचारी को फुल बॉडी सेनेटाइजेशन मशीन के भीतर से गुजर कर ही कार्यालय में प्रवेश दिया जा रहा है। फुल बॉडी सेनेटाइजेशन मशीन से गुजरने पर अधिकारी एवं कर्मचारी पूरी तरह से संक्रमणों से मुक्त हो कार्यालय में प्रवेश कर अपने कार्यों और दायित्वों का भयमुक्त होकर निष्पादन कर रहे है।

भोपाल: दिल्ली में तबलीग जमात में हिस्सा लेने वाले लोग होंगे क्वॉरेंटाइन

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं उसके उपाय के लिए शासन, प्रशासन एवं नगर निगम के शीर्ष अधिकारियों सहित संपूर्ण अमला कंट्रोल रूम के वार रूम से नागरिकों को हर संभव मदद के लिए 24×7 घण्टे से सेवा भाव से कार्य कर रहे है।

भोपाल शहर एवं प्रदेश भर की हर पल-हर क्षण की जानकारी/सूचना संकलित करने तथा नागरिकों को हर संभव सहायता एवं जागरूक करने के लिए भोपाल शहर एवं प्रदेश स्तरीय कंट्रोल रूम स्मार्ट सिटी में संचालित किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी कार्यालय कंट्रोल रूम में बड़ी संख्या में शीर्ष अधिकारी एवं कर्मचारी कार्यरत है

निजी कंपनी के सहयोग से तैयार की गई इस फुल बॉड़ी सेनेटाइजेशन मशीन को उपायुक्त श्री विनोद कुमार शुक्ल और सहायक यंत्री श्री हबीब उर रहमान की टीम द्वारा तैयार किया गया है। खास बात यह है कि इसे भोपाल में ही तैयार किया गया है। दो लाख रूपये से अधिक की कीमत वाली इस मशीन को नगर निगम के इंजीनियरों द्वारा मात्र 30 हजार की लागत में निर्मित किया गया है। मोशन सेंसर और स्पेयर की तकनीक से इसका संचालन किया जाता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button