जशपुर के दो आदिवासी नाबालिगों को हरियाणा से किया गया रेस्क्यू
जशपुर। आज हरियाणा युवा कांग्रेस की मदद से जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक के कुटमा पंचायत के दो आदिवासी नाबालिक बच्चों को हरियाणा के सोहना से रेस्क्यू किया गया है। इन बच्चों को काम के सिलसिले में किसी ब्रोकर के माध्यम से पांच महीने पहले दिल्ली ले जाया गया था।
जानकारी के अनुसार इन बच्चों के परिजनों ने ज़ब इन्हे वापिस गांव आने की बात कही तो इन्होंने अपने ढाबा मालिक से घर जाने की बात कही जिससे उन्होंने कई दिनों तक बात को टाल दिया और पैसे भी नहीं दिए। बच्चे ज़ब घर आने के लिए परेशान होने लगे तब परिजनों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मदद की गुहार की।
बच्चों के परिजनों ने क्षेत्रीय जनपद सदस्य व कांग्रेस युवा नेत्री आशिका कुजूर से मुलाक़ात कर सारी बात बताई। परिजनों ने शुरूवात में ज़ब दिल्ली ले जाने की बात कही तो आशिका ने युवा कांग्रेस और दिल्ली पुलिस की मदद ली। लेकिन एक दिन बाद मालूम हुआ कि बच्चे दिल्ली नहीं हरियाणा प्रदेश में काम कर रहें हैँ तब पुनः हरियाणा युवा कांग्रेस की मदद ली गई।
परिजनों द्वारा सूचना मिलने के 48 घंटे में ही आशिका की तत्परता एवं युवा कांग्रेस के साथियों की मदद से बंधक बनाये गए बच्चों को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है। ढाबा मालिक से दोनों बच्चों का मेहनताना भी दिलवाया गया।
हरियाणा युवा कांग्रेस के द्वारा बच्चों को उनके गांव भेजनें की व्यवस्था भी की जा रही है। 3 दिन बाद वे अपने घर पहुंच जायेंगे।
इस दौरान युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कोको पाढ़ी एवं पूर्व एनएसयूआई अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय जनपद सदस्य लगातर सम्पर्क करने में लगे हुए थे।
बता दें कि जशपुर जिले में पलायन की समस्या लम्बे समय से चली आ रही है। रोजगार के आभाव में जिले के युवा अन्य प्रदेशों में काम करने चले जाते हैँ और फिर प्रताड़ना का शिकार होते रहें हैँ। आशिका ने बताया कि जिले के युवाओं को क्षेत्रीय स्तर पर रोजगार दिलाने ले कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशिक्षित करने का प्रयास किया जा रहा। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं का क्रियान्वयन कर जिला प्रशासन एवं जनसहयोग के माध्यम से पलायन की समस्या को दूर किया जा सकता है।