रायपुर। कबीर धाम के लोहारीडीह की घटना ने बहुत कुछ बदल दिया, बहुत कुछ उन अधिकारियों के लिए भी बदल गया, जो इस जिले की कमान संभाल रहे थे। इनमें कलेक्टर जन्मेजय महोबे भी रहे, जिन्होने करीब एक साल पहले कबीर धाम जिले की कमान संभाली थी, लेकिन लोहारीडीह में हुए कांड ने उनके नेतृत्व पर भी सवाल खड़े कर दिए ।
वैसे सीएम ने पुलिस विभाग की कमान संभाल रहे डॉक्टर अभिषेक पल्लव को भी हटाकर मुख्यालय बुला लिया है, लेकिन उनके बारे में सोशल मीडिया पर इतना ज्यादा कंटेंट आपको मिल जाएगा कि आपको ज्यादा परेशानी नहीं होगी। लिहाजा इस वीडियो में हम आपको कबीरधाम जिले के कलेक्टर रहे जन्मेजय महोबे के बारे में बताने जा रहे हैं ।
करीब 54 साल के कलेक्टर जन्मेजय महोबे साल 2011 बैच के आईएएस हैं। जिन्होने इतिहास विषय पर एमए की डिग्री हासिल किए है । और उनके लिए ये कवर्धा कांड भी एक न भूलने वाला इतिहास ही बनकर रहने वाला है । साल 2017 में उन्होने राजभवन सचिवालय के उपसचिव की जिम्मेदारी भी निभाई। इसके बाद साल 2020 में महोबे ने बालोद जिले में कलेक्टर का पदभार ग्रहण किया था । ये कोरोना का वो वक्त था जब पूरी दुनिया मौत के डर से डरी हुई थी, लेकिन बालोद में इन्होने उन विकट परिस्थितियों को संभाला, और स्वास्थ्य सेवा और जल आवर्धन को लेकर बेहतर कार्य किए । लेकिन कवर्धा कांड के बाद उन्हें जिले से हटा दिया गया है ।